युवाओं को राष्ट्र चरित्र की शिक्षा से हम श्रेष्ठ राष्ट्र बना सकते है: डॉ. अतुल कृष्ण
अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठ। सनातन संगम न्यास ने स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में एक भव्य आयोजन के साथ सनातन संगम न्यास के शाश्वत मूल्यों का उत्सव मनाया। सनातन संगम न्यास के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण के नेतृत्व में इस कार्यक्रम ने विद्वानों, छात्रों और शिक्षकों को एकजुट कर प्रेम , करुणा, मैत्री समानता , सदभाव और समन्वयता का संदेश दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सनातन मंत्रों के पाठ से हुई। डॉ. प्रदीप राघव ने एस कार्यक्रम के उद्देश्य का प्रेरणादायक परिचय दिया। पैनल चर्चा में डॉ. मनीष मुच्छल (हिंदू), डॉ. प्रवीण कुमार (बौद्ध), डॉ. नवप्रीत कौर (सिख) और डॉ. आकांक्षा जैन (जैन) ने साझा मूल्यों पर प्रकाश डाला। छात्राओं ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल ने सनातन संगम की स्थायी प्रासंगिकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सनातन का संदेश मानव मूल्यों को समाज में स्थापित करने की प्रेरणा देता है।
डॉ. अतुल कृष्णा ने कहा सनातन संगम के भावो द्वारा ही हम राष्ट्र को एक बेहतर भविष्य के लिए एकजुट कर सकते है।
उन्होंने कहा कि जाति विहीन समाज के निर्माण और युवाओं को राष्ट्र चरित्र की शिक्षा से हम श्रेष्ठ राष्ट्र बना सकते है।
उन्होंने बताया कि सनातन कोई मत नही है, बल्कि यह तो लौकिक व्यवहार है। प्रेम, करूणा, मैत्री, सद्भावना के भाव रखने वाला व्यक्ति सनातनी होता है। राष्ट्र चरित्र निर्माण से हम देश को सशक्त बना सकते हैं।
प्रतियोगिताओं में डॉ. प्रीति सिंह, डॉ. पल्लवी (शिक्षक), पूजा, अक्षिता, वर्षा राज (छात्र) और मेघा वर्मा (कविता) विजेता बने। मूल्यांकन डॉ. अशोक त्यागी, डॉ. वैभव गोयल भारतीय और डॉ. श्वेता चौधरी ने किया। संचालन डॉ. मोनिका मेहरोत्रा ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान से हुआ। डॉ. अर्चित ने धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ. प्रदीप राघव, अर्चित सम्राट, पराग गुप्ता, प्रिंस चौहान, अनिल शर्मा, राज कुमार सागर, नीरज ढाका और विवेक सोम के योगदान से यह आयोजन सफल रहा।
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