नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। मवाना में रविवार को लगने वाले पैंठ बाजार में हड़कंप मच
गया। यहां बिना अनुमति के दुकानदारों ने साप्ताहिक बाजार में दुकानें लगा ली। इसकी
सूचना कुछ लोगों ने पुलिस को दे दी। सूचना पाते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बाजार तुरंत खाली करने का
अनाउंसमेंट करा दिया। दुकानदार पहले तो पुलिस से भिड़ने लगे, दुकानें हटाने को राजी नहीं हुए। इसके बाद मौके पर
छठी वाहिनी आरआरएफ की प्लाटून बुलाकर मैदान खाली कराया गया।
मवाना में नगर पालिका के पास मैदान में हर रविवार साप्ताहिक बाजार लगता है। इस
बाजार का हर साल नगर पालिका द्वारा ठेका छोड़ा जाता है, जो एक साल के
लिए वैध होता है। लगभग एक महीने पहले ठेके की मियाद पूरी
हुई है। अब इस साल के लिए नया ठेका होना है। अब तक नगर पालिका की तरफ से नया ठेका
नहीं छोड़ा गया। इसके कारण बाजार नहीं लग सकता। बताया जा रहा है कि रविवार को कुछ लोगों ने जानबूझकर नियमों के खिलाफ जाकर
दुकानदारों को दुकानें लगाने के लिए उकसाया। दुकानदारों ने उकसाए में आकर बांस, बल्ली गाड़कर दुकानें लगा दीं। वैसे इस मैदान बाजार
में 600 दुकानें लगती हैं, लेकिन रविवार
को देखते-देखते 300 दुकानें लग गईं। बाजार भरने पर
लोग भी खरीदारी करने आने लगे। भीड़ बढ़ती देख किसी ने थाना
पुलिस को इसकी सूचना दे दी। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक विशाल श्रीवास्तव
पहुंचे। इंस्पेक्टर ने पहले दुकानदारों से कहा कि बिना ठेका छूटे दुकानें नहीं
लगेंगी। गलत बाजार लगा है तुरंत जगह खाली कर दें। दुकानदार सुबह 7 बजे दुकान लगाकर बैठे थे एक बजते ही उनको दुकानें हटाने के
लिए कहा गया। इस पर दुकानदार बिगड़ गए।
दुकानदारों में बनी हड़कंप की स्थिति
दुकानदारों ने कहा कि हर संडे शाम 7 बजे तक बाजार भरता है। आज इतनी
जल्दी दुकान नहीं हटाएंगे। हम भी खर्चा लगाकर, मेहनत करके दुकान लगाते हैं। आधे दिन में दुकान खाली
कर देंगे तो खर्चा भी नहीं निकलेगा। दुकानदार नहीं माने तो इंस्पेक्टर ने छठी वाहिनी आरआरएफ की दो प्लाटून बुला
ली। दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि पंद्रह मिनट में या तो दुकानें हटवा लें
अन्यथा सारा सामान ट्रॉलियों में भरवाकर जब्त कर लिया जायेगा, इसके बाद
दुकानदारों ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया और दुकानदारों में हड़कंप की स्थिति
बन गई।
स्थानीय नेताओं को हिरासत में लिया
इंस्पेक्टर विशाल श्रीवास्तव ने बताया कि नगर पालिका परिषद द्वारा अभी तक
साप्ताहिक पैंठ बाजार का ठेका नहीं छोड़ा गया है। इसके बावजूद भी दुकानदारों ने
कुछ स्थानीय नेताओं के उकसावे पर दुकानें लगा दी गई। पुलिस ने उन स्थानीय नेताओं
को हिरासत में ले लिया है।
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