-19 मार्च से जेल में बंद है मुस्कान, मेडिकल चेकअप के लिए डाक्टर
को बुलाया
शाहिद खान
नित्य संदेश, मेरठ। सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान की तबीयत बिगड़ गई। उसमें प्रेग्नेंसी जैसे लक्षण दिखाई दिए है। इसके बाद जेल प्रशासन ने मेडिकल चेकअप के लिए डॉक्टर को बुलाया है। लेडी डॉक्टर अब जेल में आकर मुस्कान का गायनिक टेस्ट करेगी। दोबारा उसकी प्रेग्नेंसी जांच की जाएगी। इसके बाद ही क्लियर होगा कि मुस्कान प्रेग्नेंट है या नहीं।
दरअसल, 19 मार्च से मुस्कान और साहिल
जिला जेल में बंद है। मुस्कान ने साहिल के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर दी थी।
जेल आने के बाद मुस्कान का प्राइमरी मेडिकल टेस्ट किया गया था, तब वो पूरी तरह स्वस्थ थी। लेकिन, अब प्रेग्नेंसी के सिस्टम्स देखे गए हैं। महिला जिला अस्पताल से लेडी डॉक्टर जेल में हर महीने की 15 तारीख को रूटीन विजिट पर जाती है। विशेष परिस्थितियों में
डॉक्टर को बुलवाया जाता है। अब जेल प्रशासन ने जिला महिला अस्पताल को लेटर भेजकर
जेल में डॉक्टर को भेजने की मांग की है। लेडी डॉक्टर 10 अप्रैल से पहले जेल आकर मुस्कान का चेकअप करेंगी।
कई बार देर से कंफर्म होती है प्रेग्नेंसी
वरिष्ठ महिला एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सरिता त्यागी ने बताया,
कई बार शुरुआत में या पहले महीने में
प्रेग्नेंसी का पता नहीं चलता है। दूसरे या तीसरे महीने प्रेग्नेंसी कंफर्म होती
है। ये किसी भी लेडी के साथ हो सकता है। मुस्कान के साथ भी ऐसा हो सकता है। जेल
सूत्रों के अनुसार, मुस्कान का
बार-बार जी मिचला रहा है। उल्टी भी हो रही है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि जेल की
डॉक्टर ने मुस्कान का रूटीन चेकअप किया है। इसके बाद महिला जिला अस्पताल की डॉक्टर
से चेकअप कराने की बात कही है। इसलिए अस्पताल को डॉक्टर भेजने के लिए कहा गया है।
मुस्कान प्रेग्नेंट है या नहीं, ये चैकअप के बाद ही क्लियर होगा।
मुस्कान गर्भवती हुई तो पलट सकता है पूरा केस
अगर मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया। वो गर्भवती हुई तो ये केस पलट
सकता है। मुस्कान को सजा में रियायत मिल सकती है। उसकी जमानत भी आसानी से हो सकती
है। वहीं, जेल में उसे विशेष सुविधाओं के साथ रखा
जाएगा। ऐसे में केस भी लंबा चल सकता है। गर्भावस्था के कारण उसे कई तरह की राहत मिल
सकती है।
जानिए जमानत के नियम
भारतीय कानून के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को विशेष परिस्थितियों में जमानत दी जा सकती है। उदाहरण के
लिए दिल्ली और बॉम्बे हाईकोर्ट ने ऐसे मामलों में मानवीय आधार पर जमानत दी है।
कोर्ट ने ये माना है कि जेल में बच्चे को जन्म देना मां और बच्चे दोनों के लिए
अच्छा नहीं रहेगा।
2 मार्च को साहिल को देखकर रो पड़ी मुस्कान
साहिल और मुस्कान ने 2 अप्रैल को एक दूसरे को देखा था। ये मुलाकात जेल के वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम
में हुई थी। जेल सूत्रों के मुताबिक, साहिल को देखते ही मुस्कान रो पड़ी थी। करीब 15 मिनट तक दोनों वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में रहे। मुस्कान
और साहिल एक दूसरे से बात करना चाहते थे। हालांकि, जेल वॉर्डन ने दोनों को बातचीत नहीं करने दी।
No comments:
Post a Comment