राहुल गौतम
नित्य संदेश,
मेरठ। परिवर्तन संस्था द्वारा राजा हरिश्चंद्र भवन कुटी चौराहा शास्त्री नगर में
फुले अम्बेडकर रेव्यूलेशन सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसकी
अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष वेदवीर सिंह आदिवासी ने की तथा संचालन पंकज दास ने
किया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संस्था प्रमुख चौ. विनोद अम्बेडकर मौजूद रहे। पिंकी अम्बेडकर (अध्यक्ष महिला विंग), हरप्रकाश राव, राजीव ऊंटवाल, वेदप्रकाश सागर, विशिष्ट अतिथि रहे। सेमिनार का प्रारंभ फुले अम्बेडकर के चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित कर संस्था के समूह गान से हुआ। सेमिनार में मुख्य अतिथि संस्था प्रमुख चौ. विनोद अम्बेडकर ने कहा कि ऊंच-नीच, छुआछूत, भेदभाव, गैर बराबरी की जातिवादी व्यवस्था के विरुद्ध एवं शिक्षा समानता और बंधुत्व के वाहक थे फुले और अम्बेडकर। वो खुद भी इस व्यवस्था के शिकार हुए थे, इसलिए इन्होंने शिक्षा संगठन और संघर्ष के मूवमेंट को समाज में खड़ा कर वैचारिक क्रांति की।
महिल विंग की अध्यक्ष पिंकी अम्बेडकर ने कहा कि फुले आंबेडकर को महान बनाने में तथा उनके द्वारा जो रेव्यूलेशन किया गया, उसमें उनकी जीवन संगनी माता सावित्री एवं माता रमाबाई का बहुत बड़ा योगदान था। अपने अध्यक्षीय संबोधन में केंद्रीय अध्यक्ष वेदवीर सिंह आदिवासी ने कहा कि दलित समाज के उत्थान हेतु सामाजिक क्रांति का जो आंदोलन फुले ने चलाया, उसे आंबेडकर ने परवान चढ़ाया।
सेमिनार में पंकज
दास, सोनू टांक, राजकुमार कल्याण, पवन वेद, मनोज वर्मा, सुजल भाटिया, मोहित मोंगिया, संजीव कुमार, अंकुश कुमार, विक्की, छोटे, कवरवीर सिंह, संजय कुमार, बिजेंद्र सागर, कनक अम्बेडकर, मनोज कुमार आदि शामिल रहे।
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