संचित
अरोरा
नित्य संदेश, मवाना। क्षेत्र में जिम्मेदार अधिकारी
अवैध खनन पर रोक लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित होते दिखाई दे रहे हैं। इन दिनों चारों
कोनों पर धड़ल्ले से विकसित की जा रही अवैध व बिना नक्शा स्वीकृत कराए बनाई जा रही
अनाधिकृत कालोनियों में अवैध खनन माफियाओं द्वारा जमकर भराव किया जा रहा है।
आपको बता दें कि शासन द्वारा प्रत्येक जनपद व तहसील क्षेत्रों में खनन अधिकारी
व खनन इंस्पेक्टर की तैनाती की गई है, लेकिन ये अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में अवैध खनन पर रोक लगाने
में पूरी तरह विफल साबित हो रहे हैं, जिसके चलते अवैध खनन माफियाओं
के हौंसले बुलंद हैं। ताजा मामला मवाना क्षेत्र के फलावदा हाईवे से तिगरी गांव की
और जाने वाले रजवाहे की पटरी पर विकसित की जा रही अवैध कालोनी का है। उस कालोनी
में रात के अंधेरे में खनन माफियाओं द्वारा ट्रैक्टर ट्राली और जेसीबी मशीनों
द्वारा जमकर क्षेत्र से ही अवैध तरीके से बालू मिट्टी उठाकर अवैध तरीके से बड़े
पैमाने पर भराव किया जा रहा है। एक ग्रामीण ने तो जानकारी देते हुए यहां तक बताया
कि अवैध खनन माफियाओं द्वारा रात के अंधेरे में इस कालोनी में भराव का काम किया जा
रहा है और इन माफियाओं की अधिकारियों से सेटिंग भी है। जिसकी वजह से कोई भी इन पर
कार्यवाही करने से बचता है, नियमों के मुताबिक किसी भी जगह
से मिट्टी उठाने से पहले वहां की रॉयल्टी जमा करने के बाद संबंधित अधिकारी यह
स्पष्ट करता है कि कितने घनमीटर या कितने फीट तक मिट्टी उठाई जायेगी। रॉयल्टी के
अलावा भी कई सारे दस्तावेज खनन करने के लिए जरूरी हैं, लेकिन ये खनन
माफिया बिना रॉयल्टी जमा करे और अन्य दस्तावेजों को पूरा किए ही क्षेत्र में
धड़ल्ले से अवैध खनन का काला कारोबार कर रहे हैं।
इस बारे में एसडीएम मवाना दीपक माथुर से उनका पक्ष जानने के लिए सम्पर्क किया
गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, जबकि खनन अधिकारी तो कभी किसी का भी फोन रिसीव नहीं करते हैं।
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