अजय चौधरी
नित्य संदेश, मेरठ। एडब्ल्यूएस लैब का उद्घाटन एमआईईटी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में किया गया, जो संस्थान के लिए तकनीक-संचालित शिक्षा और नवाचार की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा।
लैब का उद्घाटन मुख्य अतिथि एडब्ल्यूएस साउथ एशिया के सीनियर मैनेजर लोकेश मेहरा और एडब्ल्यूएस बिजनेस लीडर सीनियर मैनेजर अभिरूप घोष, एमआईईटी वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, निदेशक प्रो डॉ एसके सिंह ने फीता काटकर किया। इस दौरान एडब्ल्यूएस तकनीकों की शक्ति, उपयोगिता और संभावनाओं को दर्शाते हुए एक जानकारीपूर्ण और प्रेरणादायक प्रस्तुति दी गई। इसके बाद जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित एक विशेष संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर भविष्य की तकनीकी दिशा और इसके अनुप्रयोगों पर विचार-विमर्श किया।
निदेशक प्रो डॉ एसके सिंह ने कहा कि यह प्रयोगशाला न केवल तकनीकी कौशल में वृद्धि करेगी, बल्कि छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार भी करेगी। इस कार्यक्रम में प्लेसमेंट डायरेक्टर आकांक्षा अग्रवाल, एकेडमिक्स डायरेक्टर डॉ. रंजीत वर्मा, डीन एसोसिएट डॉ. शैलेन्द्र नारायण, जगबीर सिंह (सीपीओसी – एडब्ल्यूएस एकेडमी),सीएसई विभागाध्यक्ष डॉ. विकास श्रीवास्तव एवं सभी संबद्ध शाखाओं के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण और छात्र उपस्थित रहे। इस दौरान जगबीर सिंह (सीपीओसी – एडब्ल्यूएस एकेडमी), शैलेन्द्र सिंह , हेमंत बरनवाल, सृष्टि वशिष्ठा, प्रेरणा चौधरी, अजय कुमार, अनामिका सिंह समेत अन्य फैकल्टी कोऑर्डिनेटर्स का विशेष योगदान रहा।
वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल ने कहा की लैब ना केवल संस्थान के तकनीकी बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करता है, बल्कि तकनीक-आधारित शिक्षा और नवाचार के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है। यह प्रयास छात्रों को भविष्य की उन्नत तकनीकों से जुड़ने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है।
No comments:
Post a Comment