श्री राम महोत्सव व दुर्गा अष्टमी पर क्या बेटियों का सम्मान
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। "श्री राम जन्मोत्सव" राम नवमी पर "श्री राम" को समर्पित 'चित्र प्रदर्शनी' 'सांस्कृतिक कार्यक्रम' तथा "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" जागरूकता कार्यक्रमो का आयोजन चौधरी चरण सिंहविश्वविद्यालय के ललित कला विभाग द्वारा किया गया, जिसके अंतर्गत 'श्री रामचरितमानस' की चौपाइयों पर आधारित चित्र बनाकर जन समूह को देखने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई।
"श्री राम उत्सव" आयोजन का शुभारंभ द्वारा संस्कृत के मंत्र उच्चारण तथा शंख ध्वनि के माध्यम से डॉ ओमपाल असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत विभाग द्वारा पारंपरिक तरीके से किया गया। आयोजन सचिव प्रोफेसर अलका तिवारी ने बताया की रामनवमी को श्री राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है विष्णु के सातवें अवतार के रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने समाज में जो आदर्श स्थापित किया वह भारतीय संस्कृति मैं समाज के लिए कल्याणकारी हैं। बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में रामनवमी नवरात्रों के नवे दिन मनाई जाती है।
श्री राम के अतिरिक्त देवी मां के विभिन्न स्वरूपों को भी बहुत खूबसूरती के साथ चित्र में ओके रह गया । हनुमान जी द्वारा सीना चीरना, केवट द्वारा श्री राम को नाव से नदी पार कराना शबरी के बेरो का स्वाद लेते हुए श्री राम, अहिल्या का उद्घार करते हुए श्री राम, वन गमन करते हुए श्री राम आदि दृश्यों को बहुत ही खूबसूरती के साथ विद्यार्थी कलाकारों ने अपने चित्रों में उतारा। श्रेया द्वारा मेरे द्वारा "श्री राम आए मेरे द्वार "गीत पर तथा राखी द्वारा "मां हम तेरे बच्चे गीत पर'सुंदर नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।अवसर पर विभाग के शिक्षकों व विद्यार्थियों तथा आगंतुक अतिथियों ने श्री राम की भजनों का सामूहिक गायन किया।
रामचरितमानस की चौपाइयों पर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें रामचरितमानस की चौपाइयों को को गाकर सुनाने के लिए विनीता गुप्ता को "प्रथम पुरस्कार" दीपांजलि को "द्वितीय" तथा रिद्धिमा को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्रोफेसर अलका तिवारी एवं समाजसेविका विनीत गुप्ता द्वारा 31 निर्धन कन्याओं को भोजन कराया, तथा पाठक सामग्री पुस्तक, कॉपी, पेंसिल रबर, रंग का डिब्बा आदि की किट भेट की गई। डॉ पूर्णिमा वशिष्ठ ने "श्री राम की कृपा से सब काम हो रहा है" भजन की सुंदर प्रस्तुति की। डॉ शालिनी धामा व डॉ रीता सिंह नहीं अतिथि का स्वागत व आभार व्यक्त किया।
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