-कड़ी सुरक्षा के बीच लाला
लाजपत राय मेडिकल कॉलेज लायी गई मुस्कान
शाहिद खान
नित्य संदेश, मेरठ। सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान 5-7 हफ्ते की प्रेग्नेंट है। शुक्रवार सुबह उसे कड़ी सुरक्षा के बीच लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज लाया गया। हाई सिक्योरिटी में मुस्कान का अल्ट्रासाउंड कराया गया। करीब 2 घंटे जेल से बाहर रही।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ.
वीरेश राज शर्मा ने बताया, जिला जेल के महिला बैरक की दो कैदियों को चेकअप और कुछ टेस्ट के लिए मेडिकल
कॉलेज भेजा गया था। संगीता और मुस्कान दोनों का अल्ट्रासाउंड कराया गया है। जिसमें
संगीता 3 महीने और मुस्कान डेढ़ महीने की प्रेग्नेंट मिली है। गौरतलब है कि
19 मार्च से मुस्कान जिला
जेल में बंद है। शुक्रवार को 20 दिन बाद मुस्कान जेल
से बाहर निकली। उसने जेल से बाहर का माहौल देखा। 2 अप्रैल को मुस्कान बैरक से बाहर
जेल के वीसी रूम तक गई थी, जहां उसकी पेशी हुई थी। करीब 20 मिनट वो बैरक से बाहर थी। इसके बाद वो जेल से
बाहर आई। बता दे कि जेल प्रशासन और पुलिस मुस्कान की सिक्योरिटी को लेकर
अलर्ट है। इसलिए उसे कड़ी सुरक्षा के बीच बहुत ही खामोशी से चेकअप के लिए लाया गया। डर था कि कहीं वकीलों की तरह डॉक्टर
या जनता उस पर हमला न कर दे। मेडिकल कॉलेज में करीब 2
घंटे तक उसके तमाम चेकअप हुए। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट तुरंत मिल गई, जबकि कुछ टेस्ट की
रिपोर्ट आनी बाकी है। इस दौरान स्थानीय मेडिकल थाना पुलिस और लोकल पुलिस मौके पर
तैनात रही। पूरी सिक्योरिटी के बीच मुस्कान का चेकअप कराया गया।
जानिए जमानत के नियम
भारतीय कानून के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को विशेष परिस्थितियों में जमानत दी
जा सकती है। उदाहरण के लिए दिल्ली और बॉम्बे हाईकोर्ट ने ऐसे मामलों में मानवीय
आधार पर जमानत दी है। कोर्ट ने ये माना है कि जेल में बच्चे को जन्म देना मां और
बच्चे दोनों के लिए अच्छा नहीं रहेगा।
2 अप्रैल को साहिल को
देखकर रो पड़ी थी मुस्कान
साहिल और मुस्कान ने 2
अप्रैल को एक दूसरे को देखा था। ये मुलाकात जेल के वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में
हुई थी। जेल सूत्रों के मुताबिक, साहिल को देखते ही मुस्कान
रो पड़ी थी। करीब 15 मिनट तक दोनों वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में रहे। मुस्कान और
साहिल एक दूसरे से बात करना चाहते थे। हालांकि, जेल वॉर्डन ने दोनों को बातचीत नहीं करने दी। ऑनलाइन पेशी के दौरान जज ने पहले मुस्कान फिर साहिल
का नाम पूछा। फिर कुछ सवाल किए। इसके बाद कोर्ट ने 14 दिन यानी 15 अप्रैल तक दोनों
की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है। इसके बाद मुस्कान को महिला बंदियों और साहिल को
पुरुष बंदियों की बैरक में भेज दिया गया था।
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