नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। प्रो. सुधाकराचार्य त्रिपाठी के
मयूर विहार स्थित निवास पर भागवत पुराण की कथा का आयोजन हुआ। कथा के पांचवे दिन
कृष्ण जन्म का वृत्तान्त व उनकी बाल लीलाओं का सुन्दर वर्णन किया गया।
पूतना, त्रिणावर्त, बकासुर, वृत्रासुर, अघासुर आदि का वध करना। यशोदा को मुंह
में ब्रह्माण्ड दिखाना। ब्रह्माजी द्वारा परीक्षा, कालिया
नाग पर नृत्य, चीर हरण की लीला, गोवर्धन
पर्वत की पूजा करना, रासलीला का अद्भुत वर्णन व रहस्यो द्घाटन,
मथुरा जाना, कंस का वध करना, सांदीपनी ऋषि से दीक्षा व उनको गुरु दक्षिणा देना, उद्धव
को गोपियों के पास संदेश लेकर भेजना, जरासन्ध का द्वारका पर
आक्रमण, कालयवन का वध व रुक्मिणी से विवाह आदि का वृत्तान्त
सुनाया गया। मंगलवार की कथा में यदुकुल के वंशनाश को मिले
श्राप तक का वर्णन होगा।
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