नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के रसायन विभाग (Department of Chemistry) द्वारा 25-26 मार्च को "प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण: एनईपी (NEP) की दूरदृष्टि से अनुभवात्मक उन्नत शिक्षण (Project-Based Learning: Experiential Advanced Learning through the Vision of NEP)" विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी (National Seminar) का आयोजन किया जाएगा।
इस संगोष्ठी का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण (PBL) की भूमिका को समझना और छात्रों में शोध (Research), नवाचार (Innovation), रचनात्मकता (Creativity) और व्यावहारिक कौशल (Practical Skills) का विकास करना है। संगोष्ठी का उद्घाटन प्रो. एम.एस.एम. रावत (पूर्व कुलपति, एच.एन.बी. गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं अध्यक्ष, नॉर्थ ईस्ट रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश) द्वारा किया जाएगा। प्रथम आमंत्रित व्याख्यान प्रो. दिनेश सी. शर्मा (विभागाध्यक्ष, प्राणीशास्त्र, कुमारी मायावती राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बादलपुर) द्वारा दिया जाएगा, जो एनईपी-2020 (NEP-2020) के अनुरूप प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण और शोध कौशल (PBL and Research Skills) पर चर्चा करेंगे। संगोष्ठी में हरीश कुमार (मुख्य रसायनज्ञ, ओएनजीसी) भी शामिल होंगे, जो रसायन विज्ञान के औद्योगिक अनुप्रयोग (Industrial Applications of Chemistry) और करियर संभावनाओं (Career Opportunities) पर चर्चा करेंगे। प्रेस वार्ता में डॉक्टर मुक्ति वर्मा, डॉक्टर मीनू तेवतिया, प्रोफेसर आरके सोनी, डॉक्टर नाजिया तरन्नुम, डॉक्टर प्रियंका कक्कड़, इंजी. प्रवीण पंवार, मितेंद्र कुमार गुप्ता आिद मौजूद रहें।
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