नित्य संदेश
ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग में "प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण एनईपी की दूरदृष्टि
से अनुभवात्मक उन्नत शिक्षा "विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का
शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के तहत
प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण के महत्व और प्रभावी क्रियान्वयन से अवगत कराना था।
संगोष्ठी का शुभारंभ विश्वविद्यालय के बृहस्पति भवन में सरस्वती वंदना के साथ
हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर राजीव जैन, पूर्व निदेशक, पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पांडिचेरी ने की। मुख्य अतिथि
के रूप में प्रोफेसर एमएसएम रावत, अध्यक्ष, उत्तर-पूर्व क्षेत्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
संस्थान, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश उपस्थित रहे।
प्रो. रावत हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, श्रीनगर के पूर्व कुलपति भी रह चुके हैं। कार्यक्रम की संरक्षक कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला और उप-संरक्षक प्रतिकुलपति
प्रो. एमके गुप्ता रहीं। संगोष्ठी में प्रो. आरके सोनी, डॉ. नाजिया तरन्नुम (संयोजिका), डॉ. निखिल, डॉ. मीनू तेवतिया, डॉ. मनीषा भारद्वाज, डॉ. मुक्ति वर्मा और डॉ. प्रियंका कक्कड़ उपस्थित
रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मीनू तेवतिया ने किया।
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