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Tuesday, March 25, 2025

सेंसस डाटा वर्कस्टेशन की स्थापना के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर एवं उद्घाटन समारोह हुआ संपन्न

 


नित्य संदेश ब्यूरो

मेरठ। उत्तर प्रदेश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में शोध एवं डाटा विश्लेषण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सेंसस डाटा वर्कस्टेशन की स्थापना हेतु एक महत्वपूर्ण सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह पहल उत्तर प्रदेश के कुलाधिपति एवं राज्यपाल के निर्देशानुसार की गई है, जिसमें उन्होंने विश्वविद्यालयों को सेंसस डाटा वर्कस्टेशन स्थापित करने के निर्देश दिए थे। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु गृह मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय का दौरा किया और कुलपति कार्यालय में औपचारिक रूप से एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

इस प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त निदेशक सालिनी, सहायक निदेशक डॉ. एसएस शर्मा एवं राजेश कुमार शामिल रहे, जिन्होंने विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सेंसस डाटा वर्कस्टेशन की स्थापना की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया। जनगणना के आंकड़े समाज और राष्ट्र के समग्र विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन आंकड़ों का उपयोग विभिन्न विकास परक नीतियों के निर्माण, उनके अनुश्रवण (मॉनिटरिंग) और योजनाओं के प्रभावी मूल्यांकन में किया जाता है। सेंसस डाटा वर्कस्टेशन की स्थापना का उद्देश्य शोधकर्ताओं, शिक्षकों एवं छात्रों को इन सूक्ष्म स्तर के आंकड़ों तक सरल और सुगम पहुंच प्रदान करना है, जिससे समाज एवं शासन से संबंधित अनुसंधान को बढ़ावा मिल सके। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला, प्रति-कुलपति प्रो. मृदुल गुप्ता, कुलसचिव धीरेन्द्र कुमार, शोध निदेशक प्रो. वीरपाल सिंह, प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा, प्रोफेसर शैलेन्द्र शर्मा, प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह, संदीप अग्रवाल, मितेन्द्र गुप्ता, इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय पुस्तकालय के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

एमओयू हस्ताक्षर एवं वर्कस्टेशन उद्घाटन

एमओयू पर हस्ताक्षर के पश्चात केंद्रीय पुस्तकालय में सेंसस डाटा वर्कस्टेशन का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला और गृह मंत्रालय, भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का निरीक्षण किया और उसकी उत्कृष्ट व्यवस्था एवं पुस्तक संग्रह की प्रशंसा की। विशेष रूप से प्रोफेसर जमाल अहमद सिद्दीकी की दूरदर्शिता एवं प्रयासों की सराहना की गई। टीम ने कहा कि प्रदेश के समस्त केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों में ऐसा सुव्यवस्थित एवं आधुनिक सुविधाओं से युक्त पुस्तकालय कहीं और नहीं देखा गया।

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