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Saturday, December 21, 2024

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए फिजियोथेरेपी और योग जरूरी: डॉ. सुरभि नंदा



डॉ. सुरभि नंदा की बातों पर अमल किया जाए तो जिंदगी निश्चित तौर पर बेहतर होगी: प्रो.असलम जमशेद पुरी

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में विशेष व्याख्यान का आयोजन

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ. शारीरिक शक्ति बढ़ाने या अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए फिजियोथेरेपी जरूरी है। ये सभी शारीरिक व्यायाम शारीरिक पीड़ाओं को दूर करने मैं बहुत मददगार हैं। कभी-कभी दवाओं से दर्द ठीक हो जाता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि दर्द हमेशा के लिए गायब हो जाए और आप पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएं, बल्कि अक्सर कुछ दिनों तक शारीरिक व्यायाम बनाए रखना जरूरी होता है। हमें पता होना चाहिए कि कैसे सोना है, कैसे उठना है, कैसे चीजों को ऊपर-नीचे उठाना है, ब्रिजिंग एक्सरसाइज, नाडो चेस्ट आदि बुनियादी व्यायाम हैं जिन्हें हर कोई आसानी से कर सकता है। ये थे प्रसिद्ध फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. सुरभि नंदा के शब्द जो चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के उर्दू विभाग एवं योग विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित "फिजियोथेरेपी एवं योग की आवश्यकता" शीर्षक कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रही थी। 

उन्होंने आगे कहा कि एड़ी का दर्द ज्यादातर तीन हिस्सों में होता है। दिल हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा है। इसे सही रखना बहुत जरूरी है. एलोपैथिक दवाओं से दूर रहना ही बेहतर है। लेटते समय, चलते हुए कभी भी मोबाइल को न देखें। अच्छे स्वास्थ्य के लिए सुबह योग, व्यायाम, साइकिल चलाना, सुबह की सैर और पैदल चलना आदि जरूरी हैं। इस मौके पर उन्होंने थैरेपी को पीपीटी और मॉडल डेमो द्वारा बहुत अच्छे तरीके से समझाया।
  
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत विभाग के शिक्षक डॉ. आसिफ अली ने अतिथियों का परिचय देकर की। स्वागत भाषण डॉ. शादाब अलीम और डॉ. सुरभि नंदा का परिचय मदीहा असलम ने दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग के अध्यक्ष एवं शारीरिक शिक्षा संकाय के डीन प्रोफेसर राकेश कुमार शर्मा ने की। प्रोफेसर अल्पना अग्रवाल [अध्यक्ष, मनोविज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ] ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया, डॉ. अमर पाल आर्य, सहायक प्रोफेसर, योग विज्ञान विभाग, डॉ. अलका वशिष्ठ और डॉ. इरशाद सियानवी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। 
  इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर असलम जमशेदपुरी ने कहा कि यदि डॉ. सुरभि नंदा की बातों पर अमल करें तो हमारा जीवन निश्चित ही बेहतर होगा. शारीरिक व्यायाम और योग निश्चित रूप से हमें रोगों से दूर रखेगा और हम लंबे समय तक स्वस्थ रहेंगे।
  
मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर अल्पना अग्रवाल ने कहा कि डॉ. सुरभि नंदा के व्याख्यान और वीडियो द्वारा हमें जो समझाया दिखाया, इस प्रक्रिया ने हमें स्वास्थ्य के बारे में नई सोच और नया उत्साह दिया है। डॉ. सुरभि द्वारा बताए गए शारीरिक व्यायामों को हम सभी को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में सईद अहमद सहारनपुरी ने अपनी खूबसूरत आवाज में एक ग़ज़ल सुनाई .
  
अंत में अपने अध्यक्षीय भाषण में शारीरिक शिक्षा संकायाध्यक्ष प्रो राकेश कुमार शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उर्दू विभाग एवं योग विज्ञान विभाग का यह संयुक्त कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा. सेहत के बारे में हर कोई बहुत कुछ जानता और समझता है। योग विज्ञान विभाग में शारीरिक व्यायाम सुबह 6 बजे शुरू होता है। मेरा सभी सज्जनों से अनुरोध है कि सभी को योग अपनाना चाहिए।
  
इस मौके पर डॉ. विशाल जैन, शिवानी, आफाक अहमद खान, जीशान खान, भारत भूषण शर्मा समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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