अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठ. स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती विधि संस्थान, द्वारा अभिभावक शिक्षक संवाद का आयोजन किया गया। इस संवाद का आयोजन संकायाध्यक्ष प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय के दिशा निर्देशन में किया गया। संवाद बैठक की आयोजिका प्रो. डॉ. रीना बिश्नोई तथा डॉ. सारिका त्यागी ने बताया कि इस अभिभावक शिक्षक बैठक का उद्देश्य माता-पिता को महाविद्यालय में उनके पाल्य की शैक्षणिक प्रगति तथा व्यवहार के विषय में अवगत कराना तथा विद्यार्थियों की समृद्धि के लिए कार्य करना है।
संकायाध्यक्ष प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने उपस्थित अभिभावको का स्वागत करते हुए इस संवाद बैठक की कार्यवाही प्रारम्भ की। उन्होंने सर्वप्रथम उपस्थित अभिभावकों से उनके पाल्य की प्रगति के विषय में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि एक बच्चा अलग-अलग वातावरण में अलग-अलग तरीके से व्यवहार करता है, जो कई कारणों पर आधारित होता है अर्थात वो किस तरह के लोगो से घिरे है?
इस बैठक में उपस्थित अभिभावको से उनके प्रश्न आमंत्रित किए जाने पर एक अभिभावक ने कहा कि बच्चा सारा दिन मोबाईल फोन का इस्तेमाल कर अध्ययन करता है तथा पाठ्य पुस्तकों की तरफ से विद्यार्थी की रूचि हटती जा रही है। इसके जवाब में संकायाध्यक्ष ने कहा कि महाविद्यालय के सभी शिक्षक अपने विषय की पाठ्य पुस्तकों के विषय में विद्यार्थियों को सत्र के प्रारम्भ में बताते हैं। इसके अलावा आप सब से भी यह आशा है कि समय समय पर आप विद्यार्थी के शिक्षकों से मिलकर उस विषय विशेष के बारे में अपने पाल्य की प्रगति की जानकारी लेते रहें। इसके अतिरिक्त उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपको सम्बन्धित विषय के लिए स्वंय के नोट्स बनाने चाहिए। विद्यार्थियों को अपनी लेखन क्षमता को बढ़ाना होगा। आपको कक्षा में पढ़ाए जाने वाले विषयों के लिए हस्तलिखित नोट्स बनाने चाहिए और परीक्षा के लिए स्वनिर्मित हस्तलिखित नोट्स से तैयारी करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने अभिभावकों को आश्वासन दिया कि निकट भविष्य में इच्छुक विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराया जाना भी महाविद्यालय द्वारा प्रारम्भ किया जा सकता है।
अभिभावकों द्वारा विद्यार्थियों की प्रगति मार्ग में आने वाली रुकावटों के विषय में बातचीत करने पर मोबाइल फोन को अत्यधिक प्रयोग किया जाना एक प्रमुख बाधा के रूप में सामने आया। माता-पिता तथा शिक्षकों दोनो ने ही विद्यार्थियों से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कम करके पाठ्य पुस्तकों द्वारा पढ़ाई किए जाने की अपेक्षा की। इस बैठक में बड़ी संख्या में विभिन्न विद्यार्थियों के अभिभावक तथा डॉ. प्रेम चन्द्र, डॉ. अनुराधा अस्थाना, आफरीन अल्मास, अरशद आलम, शालिनी गोयल तथा हर्षित आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे ।
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