नित्य
संदेश, ब्यूरो
मेरठ। प्रो. सुधाकराचार्य त्रिपाठी के
मयूर विहार स्थित निवास पर हरिवंशपुराण की कथा के दूसरे दिन कथाव्यास डा. पूनम
लखनपाल ने यदुवंश के विषय में बताया।
पुराण की इन कथाओं को सुनने से वंशवृद्धि व संतान प्राप्ति होती है। उन्होंने हरिवंश
में विदर्भ, देवावृध राजा की कथा का वर्णन
किया। सत्राजित, प्रसेनजित व स्यमन्तक मणि
प्राप्ति का वृत्तांत वर्णित हुआ। विष्णु भगवान के दस अवतारों के रहस्य की कथा व
धर्म, अर्थ और काम से होने वाले फल का महत्व समझाया। हिरण्यकशिपु और भगवान नृसिंह की
कथा, देवताओं व दानवों का युद्ध, तारकामय संग्राम
की कथा व हरिस्वरुप का सुंदर वर्णन किया। मंगलवार को हरिवंश में उत्पन्न अन्य
अवतारों की कथाएं होंगी।
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