नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। भाग्यश्री अस्पताल में फेविक्विक से घाव बंद करने
के आरोप में टीम की जांच रिपोर्ट आ गई है। इसमें एक सर्जन और डिप्टी सीएमओ डॉ. महेश
चंद्रा ने बताया कि घाव को फेविक्विक या ग्लू से बंद करने की पुष्टि नहीं हो सकी है।
सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने बताया कि भाग्यश्री अस्पताल,
पीड़ित और लोकप्रिय अस्पताल के डॉक्टर सभी के लिखित बयान दर्ज कराए गए थे। इसके बाद
टीम ने अस्पताल का भी निरीक्षण किया। इसके बाद ही सभी तथ्यों को देख कर जांच रिपोर्ट
दी गई है। जिस ढाई साल के बच्चे मनराज का इलाज किया गया, उनके पिता का
कहना है कि जांच रिपोर्ट में फेवीक्विक की पुष्टि नहीं हुई है। मैं फिर भी संतुष्ट
हूं, क्योंकि मैंने कहा था कि मुझे सीएमओ की जांच पर पूरा भरोसा है। इसके साथ ही मेरा
बच्चा भी अब बिल्कुल स्वस्थ है। इसलिए मैं अब कोई कार्रवाई नहीं चाहता हूं।
ये है पूरा मामला
जागृति विहार एक्सटेंशन के समीप मेपल हाइट्स में रहने वाले जसपिंदर
सिंह के बेटे को खेलते हुए चोट लग गई थी। इसके बाद उन्होंने भाग्यश्री अस्पताल में
उसका इलाज कराया था, जहां उनका आरोप था कि घाव को बंद करने में फेवीक्विक का इस्तेमाल
किया गया है। शिकायत के आधार पर सीएमओ ने जांच टीम गठित की थी। इसके बाद इसमें इस बात
की पुष्टि नहीं हुई कि फेवीक्विक डाली गई है या ग्लू।

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