-भाकियू इंडिया ने किया विरोध, जांच समिति पर लगाए गंभीर आरोप
नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। पांचाली ग्राम समाज की लगभग डेढ़ सौ करोड़ की जमीन, जो फर्जी तरीके से भू माफिया द्वारा बैनामा व रजिस्ट्री करवा ली गई, उसकी जांच के लिए भारतीय किसान यूनियन इंडिया लगातार संघर्ष कर रही है। काफी दिनों तक टरकाने के बाद जांच समिति गठित न किए जाने के विरोध में गत 8 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन धरना दिया गया था।
राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता संजीव राणा ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों से वार्तालाप के बाद तहसीलदार रवि प्रजापति ने उसी दिन लिखित में 8 सदस्य जांच समिति गठित कर दी थी। 12 बिंदुओं की गहनता से जांच कीगई। ग्राम समाज व संगठन की तरफ से प्रतिनिधि अनिल प्रधान को हर बिंदु पर पूरी जानकारी दी गई। लगातार संगठन द्वारा पैरवी करने के बावजूद जांच रिपोर्ट प्रशासन दिखाने के लिए तैयार नहीं है। विरोध के बाद प्रतिनिधि अनिल प्रधान को रिपोर्ट पढ़ाई गई, जिसमें पाया की बहुत सारे महत्वपूर्ण बिंदु अधूरे छोड़ दिए गए हैं। आरोप लगाया कि जांच समिति के अधिकारी भू माफियाओं से मिल गए हैं। गलत रिपोर्ट फाइनल की है, जो कि आम जनमानस और लोकतांत्रिक जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है। इसकी सूचना मिलते ही संगठन के दर्जनों पदाधिकारी तहसील पहुंचे, विरोध दर्ज कराया।
डीएम कार्यालय पहुंचें कार्यकर्ता
शुक्रवार को कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और विरोध दर्ज कराया गया। रणनीति बनाते हुए अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की गई। किसी भी हालत में इस जमीन को माफियाओं के चंगुल में नहीं जाने दिया जाएगा। भू माफियाओं व सरकारी तंत्र के भ्रष्ट अधिकारियों को जेल में डलवाने का कार्य किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान ये रहे मौजूद
इस दौरान राष्ट्रीय वरिष्ठ संगठन मंत्री अनिल प्रधान, राष्ट्रीय वरिष्ठ संगठन मंत्री अल्पसंख्यक इरफान मलिक, जिला अध्यक्ष मेरठ दीपक राणा, प्रदेश सचिव मांगते फौजी, सुभाष चंद्र, राजेंद्र प्रधान सहित प्रधान हरेंद्र प्रधान, अर्जुन पाली, राजेंद्र सिंह, शुभम बालियान, अक्षय शर्मा, अनमोल त्यागी, हार्दिक त्यागी, कपिल फौजी आदि दर्जनों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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