नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। डीआईजी ने रविवार
को गूगल मीट कर मिशन शक्ति अभियान की समीक्षा की। रेंज
के चारों जनपदों के मिशन शक्ति नोडल
अधिकारी, जनपदीय मिशन शक्ति सेल
एवं थानों
पर बने मिशन शक्ति केन्द्र प्रभारियों के साथ अभियान के सम्बन्ध में
समीक्षा गोष्ठी कर दिशा-निर्देश दिए। महिला हेल्पलाइन व अन्य हेल्पलाइन नम्बरों का व्यापक प्रचार-प्रसार
करने के लिए उन्होंने कहा।
गौरतलब है कि प्रदेश में महिलाओं, बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए उप्र
सरकार द्वारा मिशन शक्ति विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके
अन्तर्गत रविवार को पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी
द्वारा परिक्षेत्र के जनपदों के मिशन शक्ति नोडल अधिकारी, जनपदीय मिशन शक्ति सेल
एवं थानों पर बने मिशन शक्ति केन्द्र प्रभारियों के साथ शिविर कार्यालय मेरठ से
वीडियो कॉन्फ्रेंस (गूगल मीट) के माध्यम से गोष्ठी कर मिशन शक्ति फेज 5.0 की समीक्षा की गयी।
गोष्ठी में नोडल अधिकारी के रूप में जनपद मेरठ से अपर पुलिस अधीक्षक अपराध अवनीश
कुमार, बुलन्दशहर से अपर पुलिस
अधीक्षक नगर शंकर प्रसाद, बागपत से अपर पुलिस
अधीक्षक प्रवीण कुमार, हापुड से अपर पुलिस
अधीक्षक विनीत भटनागर एवं चारों जनपदों की
जनपदीय मिशन शक्ति सेल तथा थानों पर स्थापित मिशन शक्ति
केन्द्र प्रभारियों, कर्मचारियों द्वार प्रतिभाग किया गया।
समीक्षा के दौरान गूगल मीट में प्रतिभाग कर रहे समस्त
अधिकारी, कर्मचारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
डीआईजी ने ये दिए
दिशा-निर्देश
➡ मिशन शक्ति केन्द्र पर
नियुक्त पुलिसकर्मी पीड़िता के आगमन से लेकर पुनः मानसिक एवं शारीरिक रूप से
पूर्णतः सशक्त होने तक 360 काउंसिलिंग, मार्गदर्शन और सहयोग
प्रदान करें।
➡ पुलिस कर्मियों का
पीड़िता के प्रति व्यवहार अच्छा रहे एवं गम्भीरता से उनकी
समस्या को सुना जाए।
➡ मिशन शक्ति केन्द्र पर
आने वाले प्रत्येक केस को एक यूनिक नम्बर प्रदान किया जाए।
➡ एन्टी रोमियो स्क्वाड
द्वारा चेकिंग में खाना पूर्ति न की जाए, बल्कि स्कूल, कॉलेज, रामलीला मंच, भीड़ भाड़ वाले स्थान पर भ्रमणशील रहकर शोहदों के विरूद्ध
कठोर कार्यवाही की जाए।
➡ नवरात्र पर पंडाल आदि
पर भ्रमणशील रहकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
➡ सभी केन्द्र मिशन शक्ति से सम्बन्धित के अनुसार कार्य करे एवं सभी विभागों से
समन्वय स्थापित करते हुए कार्यवाही करे।
➡ डीजी परिपत्र- 38/25 का सभी मिशन शक्ति
केन्द्र प्रभारी एवं कर्मचारी भली-भांति अध्ययन कर लें एवं परिपत्र में दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।
➡ मिशन शक्ति केन्द्र
रोस्टर के अनुसार दिन प्रतिदिन की कार्यवाही करें।
➡ पीड़िताओं
की सहायता के क्रम में फैमिली कोर्ट, चाइल्ड लाइन, वन स्टाप सेन्टर, डीपीओ, समाज कल्याण अधिकारी
आदि से समन्वय स्थापित कर कार्यवाही करें।
➡ सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने कार्यालय
में मिशन शक्ति सम्बन्धि पत्रावली प्रचलित करें।
➡ सभी थाना प्रभारियों
द्वारा मिशन शक्ति केन्द्र स्थापना का कार्य अच्छे से किया गया है, अब सभी क्षेत्राधिकारी
व थाना प्रभारी मिशन शक्ति केंद्रों का नियमित निरीक्षण भी करें।
➡ मिशन शक्ति केन्द्र
प्रभारी यदि काउन्सलिग के दौरान किसी प्रकरण में
एफआईआर की संस्तुति करे तो थाना प्रभारी तुरन्त एफआईआर दर्ज करे।
➡ मिशन शक्ति के
प्रचार-प्रसार के लिए जागरुकता कार्यक्रम लगातार जारी रखें।
➡ महिला हेल्पलाईन व अन्य
हेल्पलाईन नम्बरों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें।
➡ पंचायत एवं वार्ड वार
संयुक्त टीमें बनाकर कार्यक्रम आयोजित किए जाए।
➡ प्रत्येक ग्राम पंचायत, वार्डो आदि में जुड़े विभागों के कर्मियों के साथ
संयुक्त रुप से समनव्य स्थापित कर महिलाओं एवं बालिकाओं से सम्बन्धित शासन की सभी
योजनाओं की जानकारी दी जाए।
➡ अभियान के तहत स्कूल, कॉलेज, विद्यालय आदि में
पम्पलेट, फोल्डर का वितरण कर
महिलाओं मे अधिक से अधिक जन जागरुकता/ प्रचार प्रसार किया जाए।
➡ अभियान के दौरान जनपद में
संचालित वन स्टॉप सेंटर, अनाथालय, नारी संरक्षण गृह आदि
का भ्रमण/ निरीक्षण किया जाए।
➡ सरकार द्वारा प्रदान की
जा रही महिला केन्द्रित विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला
योजना, निराश्रित महिला पेंशन
योजना, राज्य ग्रामीण आजीविका
मिशन, वन स्टॉप सेंटर आदि की
जानकारी प्रदान की जाए।
➡ विभिन्न विभागो जैसे महिला
एवं बाल विकास, युवा कल्याण, माध्यमिक शिक्षा, नगर विकास, संस्कृति, पंचायती, ग्राम विकास, राजस्व, सूचना, जनसम्पर्क, न्याय, परिवहन से समन्वय स्थापित
करते हुए जागरुकता फैलाए।
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