नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। महावीर विश्वविद्यालय
के कृषि संकाय के छात्र वंश सोम ने कम उम्र में एक असाधारण उपलब्धि हासिल करते हुए
अपनी पहली पुस्तक “The Voice of Vansh (Undergraduate Speaker – A guide to know
about the reality)” लिखी है।
यह पुस्तक युवाओं के मनोविज्ञान,
सामाजिक चुनौतियों और सफलता की राह को दर्शाती है। पुस्तक न केवल विद्यार्थियों को
एक नई दिशा प्रदान करती है, बल्कि समाज को भी सोचने पर मजबूर करती है। कृषि संकाय के
डीन डॉ. आलोक देशवाल ने इस अवसर पर कहा, “वंश सोम ने जिस परिपक्वता से जीवन की सच्चाइयों
को शब्दों में पिरोया है, वह उसकी सोच और संवेदनशीलता को दर्शाता है। यह पुस्तक हमारे
छात्रों के लिए एक प्रेरणा है।” विश्वविद्यालय की वाइस चेयरपर्सन शीतल कौशिक ने भी
छात्र की प्रशंसा की।
पुस्तक को तीन भागों में
किया गया विभाजित
1. The Problem
of Youth – इसमें वंश ने आज के युवाओं की मानसिक स्थिति, भ्रम, और सामाजिक दबावों को
लेकर गहरी बात की है।
2. The Untold
Story and Struggles about LGBTQ+ – इस भाग में समाज के उस वर्ग की पीड़ा और संघर्षों
को उजागर किया गया है जिनकी आवाज़ अक्सर अनसुनी रह जाती है।
3. Dream
Manifestation, Hard Work and Path of Success – यह भाग युवाओं को अपने सपनों की पहचान
करने, कड़ी मेहनत करने और सफलता की राह पर चलने की प्रेरणा देता है।
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