नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। जहां एक और पवित्र सावन मास में कांवड़ यात्रा का त्योहार भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है, जो पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह समय एकता, शांति और सौहार्द का होता है, लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ लोग इस पवित्र अवसर को नफरत और विभाजन का हथियार बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता/जिलाध्यक्ष मेरठ अंकुश चौधरी ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस तरह की गतिविधियों का कड़ा विरोध करती है और समाज में सौहार्द बनाए रखने की अपील करती है। हाल ही में मेरठ और मुजफ्फरनगर में कुछ संगठनों और व्यक्तियों द्वारा कांवड़ यात्रा से पहले दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर वेदव्यासपुरी के पास "पहचान अभियान" के नाम पर ढाबों, ठेलों और छोटे व्यवसायियों को निशाना बनाया जा रहा है। योग साधना आश्रम, मुजफ्फरनगर के पीठाधीश्वर स्वामी यशवीर महाराज द्वारा भगवान वराह के चित्र बांटकर और दुकानों के संचालकों की धार्मिक पहचान की जांच कर समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश की जा रही है। हमारा सवाल है महाराज जी पूरे साल ये अभियान क्यों नहीं चलाते यह अभियान न केवल सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि छोटे व्यापारियों और मजदूरों के लिए भय का माहौल भी पैदा कर रहा है।
पिछले वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ मार्ग पर दुकानों और ढाबों पर नामपट्टिका लगाने का फरमान जारी किया गया था, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर पारदर्शिता बताया गया। हालांकि, इस फैसले को माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हस्तक्षेप कर रोक दिया था, क्योंकि यह संविधान के समानता के अधिकार का उल्लंघन करता था। इसके बावजूद, कुछ लोग अब भी ऐसे अभियानों के जरिए हिंदू-मुस्लिम के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं।आम आदमी पार्टी स्पष्ट रूप से कहती है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोग हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी मिलजुलकर रहते हैं। यह क्षेत्र अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है। कुछ लोग जो कांवड़ यात्रा के पवित्र अवसर पर धार्मिक आधार पर दुकानदारों को डराने-धमकाने और सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने का काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रशासन को सुनिश्चित करना है कांवड़ यात्रा के दौरान सभी समुदायों के बीच शांति और सौहार्द बना रहे। दुकानदारों की सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं क्योंकि छोटे से छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को भयमुक्त माहौल में काम करने का अधिकार है। प्रशासन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे। मेरठ के लोग इस तरह की नफरत फैलाने वाली गतिविधियों से सावधान रहें और एकजुट होकर सामाजिक सौहार्द को मजबूत करें। हमारी ताकत हमारी एकता में है। कांवड़ यात्रा भक्ति और श्रद्धा का त्योहार है, न कि नफरत और विभाजन का हथियार
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