अर्जुन देशवाल
नित्य संदेश, बहसूमा। आम के बगीचों में किसानों ने आम की खेती में एक अनोखी पहल की है उन्होंने आंधी और बारिश से आम को बचाने के लिए वाटरप्रूफ थैलियों का इस्तेमाल कर एक सुरक्षा कवच तैयार किया है। आम के फलों को सीधे पेड़ पर वाटरप्रूफ थैलियों में बंद करना शुरू कर दिया है यह तरीका आम को बारिश और आंधी से गिरने और खराब होने से बचाता है।
किसानों का कहना है की थैलियों में तैयार होने वाले आम का रंग पीला और सुनहरा (गोल्डन) हो जाता है इसके साथ ही इनका स्वाद भी अन्य आमों की तुलना में कहीं अधिक स्वादिष्ट होता है जिससे इन आमों को एक अलग पहचान मिल रही है पहले बारिश और आंधी के कारण किसानों के आम पेड़ से गिरकर टूट जाते थे और खराब हो जाते थे जिससे काफी नुकसान होता था अब वाटरप्रूफ थैलियों के इस्तेमाल से न केवल नुकसान रुक गया है बल्कि किसानों को बारिश और आंधी का डर भी नहीं सताता है इन स्वादिष्ट आमों की मांग अब केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेश में बढ़ गई है इससे किसानों का आम की खेती के प्रति रुझान भी बड़ा है जिससे उन्हें अपनी मेहनत का अच्छा दाम मिल रहा है।
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