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Wednesday, July 2, 2025

भाजपा नेत्री और पूर्व एमएलसी के मेडिकल कॉलेज पर सीबीआई का छापा

 


-डॉ. सरोजनी के करीबी डॉक्टरों से पूछताछ, रात 12 बजे टीम रिकार्ड जुटाकर वापस लौटी

नित्य संदेश ब्यूरो

मेरठ भाजपा नेत्री और पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के खरखौदा स्थित एनसीआर मेडिकल कॉलेज पर सीबीआई ने छापेमारी की है। केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने डॉ. सरोजनी के मेडिकल कॉलेज में रेड डाली। टीम एमएलसी के बेगमबाग स्थित आवास पर भी छापेमारी करने गई। टीम डॉ. सरोजनी उनके करीबी डॉक्टरों से भी पूछताछ करती रही। रात 12 बजे टीम रिकार्ड जुटाकर वापस लौटी।


चर्चा है कि डॉ. सरोजनी के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटों के आबंटन को लेकर कोई शिकायत मिली थी। इसके बाद यह रेड पड़ी है। शिकायत मिली थी कि पूर्व एमएलसी के मेडिकल कॉलेज में मानक के मुताबिक, फैकल्टी नहीं हैं। साथ ही छात्रों का पंजीयन और उनकी पढ़ाई भी मानकों को पूरा नहीं कर रही है। मेडिकल कॉलेज में मरीजों की भर्ती और ओपीडी में भी फर्जीवाड़े की शिकायत एनएमसी की टीम को मिली थी। एनएमसी की रिपोर्ट और लखनऊ में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने के नाम पर घूसखोरी करने वाले तीन डॉक्टरों समेत छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को सीबीआई ने प्रदेश में कई स्थानों पर छापे की कार्रवाई की है। छात्रों के रजिस्ट्रेशन और उनकी पढ़ाई में भी अव्यवस्थाओं की शिकायत भी है। देर रात लगभग 12 बजे टीम जांच पड़ताल कर मेडिकल कॉलेज से जुड़ी फाइल अपने कब्जे में लेकर और साक्ष्य जुटा कर लौट गई। पूर्व एमएलसी के मेडिकल कॉलेज में फर्जीवाड़ा होने की जानकारी मिलने पर सीबीआई ने छानबीन की है। मेडिकल कॉलेज में मानकों के मुताबिक फैकल्टी को नहीं रखा गया। बताया जा रहा है कि सोमवार को भी एनएमसी की टीम एनसीआर मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए पहुंची थी। टीम ने सोमवार को दोपहर में काफी देर तक कॉलेज में फाइलें चैक की और रिकार्ड खंगाले। मंगलवार को सीबीआई टीम ने रेड डाली।


मोबाइल कब्जे में लेकर रिकॉर्ड खंगाले

सीबीआई टीम ने रात साढ़े आठ बजे डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के बेगमपुल के पास स्थित आवास पर छापा मारा। टीम ने आवास पर पहुंचकर डॉ. सरोजिनी अग्रवाल, उनके पति डॉ. ओपी अग्रवाल, बेटी शिवानी के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए। टीम ने मेडिकल कॉलेज से संबंधित तमाम पत्रावली भी कब्जे में ले ली। सभी फाइलें चेक की और रिकॉर्ड खंगाले। टीम ने डॉक्टरों और स्टॉफ से भी पूछताछ की। रात करीब 12 बजे तक छापे की कार्रवाई चली। अर्टिगा कार में आई सीबीआई टीम पहले एनसीआर मेडिकल कॉलेज पहुंची। इसके बाद रात साढ़े आठ बजे से लेकर रात 12 बजे उनके आवास पर जांच पड़ताल की गई। सीबीआई ने खरखौदा स्थित मेडिकल कॉलेज के अलावा जवाहर क्वाटर्स स्थित घर पर भी छानबीन की। इस दौरान डॉ. सरोजिनी अग्रवाल, उनके पति डॉ. ओपी अग्रवाल, बेटी शिवानी के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए थे। टीम ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी।


सत्ता बदलते ही थामा भाजपा का दामन

डॉ. सरोजनी अग्रवाल का मेरठ खरखौदा में एनसीआर मेडिकल कॉलेज है। यह कॉलेज सपा सरकार के समय बनाया गया था। उस वक्त डॉ. सरोजनी सपा की राजनीति में सक्रिय थीं। वो सपा सरकार में भी एमएलसी थी, लेकिन केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद डॉ. सरोजनी ने सपा छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। टीम सुबह लगभग 11 बजे सरोजनी अग्रवाल के मेडिकल कॉलेज पहुंची। यहां काफी देर तक रिकार्ड्स की जांच करती रही। इसके बाद रात को टीम उनके घर पहुंची। दयानंद नर्सिंग होम से लेकर उनके घर पर रिकार्ड चैक किया। वहां से काफी सामान टीम ने अपने कब्जे में लिया। इसके बाद रात 12 बजे टीम सरोजनी अग्रवाल के घर से बाहर निकली।


सपा सरकार में भी रहीं एमएलसी

भाजपा सरकार आने के बाद उन्होंने अपने इस मेडिकल कॉलेज का नाम मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज से बदलकर एनसीआर मेडिकल कॉलेज कर दिया। वर्तमान में डॉ. सरोजनी भाजपा से राजनीति में सक्रिय हैं। उनकी बेटी डॉ. हिमानी भी महिला आयोग की सदस्य हैं। पति डॉ. ओमप्रकाश अग्रवाल मेरठ कॉलेज में मैनेजमेंट कमेटी के प्रेसिडेंट हैं। इस परिवार के मेरठ, नोएडा में इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और स्कूल भी हैं।


टीम में महिला समेत छह लोग रहे शामिल

पूर्व एमएलसी व भाजपा नेत्री सरोजिनी अग्रवाल के घर जिस टीम ने छापा मारा, उसमें एक महिला अफसर समेत कुल 6 लोग मौजूद थे। कार्रवाई के दौरान पूरी गोपनीयता बरती गई। सीबीआई की टीम सफेद रंग की अर्टिगा कर से पहुंची थी। कार को अस्पताल के बराबर में बने फ्लैटो की पार्किंग में खड़ा कर दिया गया। इसके बाद टीम सीधे दयानंद अस्पताल के प्रथम तल पर बने घर पहुंच गई।


टीम ने कागजात लिए अपने कब्जे में

चर्चा है कि रात करीब 8 बजे सीबीआई की टीम भाजपा नेत्री के घर पहुंच गई। करीब 4 घंटे वह घर में रही, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगने दी। यहां तक की अस्पताल के स्टाफ व चौकीदारों को भी कार्रवाई से दूर रखा गया। देर रात 11:57 पर पहले तीन लोग हाथों में बैग लिए नीचे उतरे और सीधे गाड़ी में बैठ गए। इसके बाद एक महिला अफसर समेत दो लोग वहां पहुंचे और कार में बैठकर निकल गए। सभी ने मीडिया से दूरी बनाए रखी।


डॉ. सरोजनी, परिवार, स्टाफ ने बनाई मीडिया से दूरी, फोन उठाने बंद

वहीं इस रेड के बारे में जब डॉ. सरोजनी का पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा। उनके सहयोगी डॉ. राजेश, बेटी डॉ. हिमानी का फोन भी नहीं उठा। पूरे परिवार, स्टाफ द्वारा किसी का फोन रिसीव नहीं किया जा रहा है। काफी देर बाद अग्रवाल परिवार के करीबी और स्टाफ मेंबर डॉ. राजेश ने रेड की पुष्टि की है, उन्होंने बताया कि हम लोगों को दूसरे कमरे में भेजा गया है, टीम घर पर जांच कर रही है।


मुलायम सिंह सहित आजम खान की करीबी रही

डॉ. सरोजनी अग्रवाल मेरठ के नामचीन अग्रवाल परिवार की बहू हैं। वे 1995 में जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं। तब से लगातार सक्रिय राजनीति में हैं। मेरठ जिले में सपा का एक बड़ा स्तंभ माना जाता रहा था। 2009 में पहली बार उन्हें मुलायम सिंह यादव ने एमएलसी बनाया था। 2015 में वह पुन: एमएलसी निर्वाचित हुई। 4 अगस्त 2017 को उन्होंने एमएलसी पद से त्यागपत्र देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। 2018 में वह पुन: एमएलसी चुनी गई। पेशे से डॉ. सरोजनी अग्रवाल पश्चिमी यूपी की बड़ी महिला एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों में गिनी जाती हैं। सपा के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबियों में गिनी जाती थीं। वहीं सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खान के करीबियों में शामिल रही हैं।


पति समेत परिवार पर लगे थे धोखाधड़ी के आरोप

डॉ. सरोजनी अग्रवाल उनके पति, बेटी समेत 7 लोगों के खिलाफ समाजवादी आवास योजना के तहत फ्लैट बुक कराने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लग चुका है। पुलिस ने एफआईआर दर्जकर जांच की थी। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के मोहल्ला इस्लामाबाद निवासी हाजी इरफान अंसारी की तरफ से सरोजनी अग्रवाल के परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इरफान अंसारी 2016 में समाजवादी आवास योजना के तहत एनएच 119 पर सरकारी फ्लैट बनाए जाने थे। मौजूदा बीजेपी एमएलसी सरोजनी अग्रवाल के डॉक्टर पति ओम प्रकाश अग्रवाल, उनकी बेटी डॉक्टर नीमा अग्रवाल, उनके रिश्तेदार और करीबी रवि रस्तोगी, मनमोहन सपरा, अनुराग गर्ग, आलोक रस्तोगी, अखिलेश चौहान ने इरफान अंसारी को सलाह दी कि वह फ्लैट बुक कर लें। हर हाल में इन फ्लैट का निर्माण पूरा करने के बाद तीन साल के भीतर फ्लैट पर कब्जा दे दिया जाएगा। उनसे विश्वास पर हाजी इरफान अंसारी ने कई बार में कुल नौ लाख 62 हजार एमएलसी के पति समेत बाकी लोगों के पास जमा करा दिया। जिस समय पैसा जमा कराया गया उस समय सरोजनी अग्रवाल समाजवादी पार्टी में थीं और एमएलसी थीं। हाजी इरफान अंसारी ने बताया कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। सरोजनी अग्रवाल के पति डॉक्टर ओमप्रकाश अग्रवाल समेत बाकी साथी खुद को समाजवादी पार्टी के करीबी बताते थे।

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