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Saturday, July 26, 2025

कारोबार में घाटा हुआ तो बन गया पत्रकार, फिर शुरू किया ठगी का खेल


-डिग्री न होने के बावूजद नाम के आगे लगाने लगा इंजीनियर, पुलिस ने भेजा जेल

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। थाना टीपीनगर पुलिस ने फर्जी क्राइम ब्रांच का अफसर एवं पत्रकार बनकर महिला से डरा धमकाकर जबरन वसूली करने वाले गैंग का भंडाफोड़ कर दिया। सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें प्रकाशित करने वाले सरगना का गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास लैपटॉप व मोबाइल बरामद किया गया।

थाना टीपी नगर पुलिस को एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई। शनिवार को पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर लोगों से पैसा वसूली करने वाले फर्जी पत्रकार, गैंग के सरगना विनोद कुमार गौतम पुत्र राधेलाल निवासी राजपुर कोटला थाना नारखी, जनपद फिरोजाबाद को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के कब्जे से मुकदमा संख्या 371/2025 धारा 308(5), 317(2), 61(2), 353(2) बीएनएस से संबंधित एक लैपटॉप व एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि संगीता जो कि शिव हरी मन्दिर कालोनी की रहने वाली हैं, उसके घर पर तीन महिला व तीन पुरुष फर्जी क्राइम ब्रांच एवं पत्रकार बनकर पहुंचे। घर का दरवाजा खुलवाकर घुस गए। घर की तलाशी लेने लगे। संगीता के द्वारा विरोध करने पर उसे डरा धमकाकर चुप करा दिया। इसी बीच इनके किसी सदस्य ने घर में रखे डस्टबिन में अपने साथ लिए हुए कुछ सामान को छिपा दिया था और कहने लगे कि तुम्हारे घर के डस्टबिन से अवैध सामान बरामद हुआ है, तुम्हारे खिलाफ मुकदमा लिखकर तुम लोगों को जेल भेजा जाएगा। यदि तुम लोग बचना चाहते हो तो दो लाख रुपये दे दो, वरना तुम लोग जेल जाओगे। इस पर संगीता ने दो लाख रुपये देने में असमर्थता जताई तो उसके घर पर रखे तीस हजार रुपये ले लिए और बाकी के पैसे व्यवस्था करके मेरे आदमी दिनेश को दे देना और धमकी देते हुए घर से चले गए। इस सम्बन्ध में तहरीर के आधार पर थाना टीपीनगर पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया।

विवेचना में आया नाम तो करने लगा रौब गालिब
विवेचना में विनोद कुमार गौतम पुत्र राधेलाल निवासी राजपुर कोटला थाना नारखी जिला फिरोजाबाद का नाम प्रकाश में आया, जिसके द्वारा मुकदमें में वांछित अभियुक्तगण को बचाने के लिए सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफार्म पर लगातार फर्जी खबरें, ट्वीट बिना किसी तथ्यात्मक आधार पर प्रकाशित की जा रही थीं। उक्त प्रकरण थाना टीपीनगर पुलिस द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुए विनोद कुमार गौतम का एनबीडब्ल्यू न्यायालय से निर्गत किया गया था, जिसके क्रम में प्रकाश में आए विनोद कुमार गौतम को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया।

द पुलिस टुडे नाम से बनाई एजेंसी, बना दिए सैकड़ों फर्जी पत्रकार
विनोद कुमार गौतम ने पूछताछ में बयान किया कि मैने सीईआरटी कालेज परतापुर से एमबीए पास किया था, फिर मैं ए टेक नामक कम्पनी में काम करने लगा तथा नौकरी छूट गयी, फिर मैने गौतम ग्लोबल कम्पनी खोली, उसमें भी नुकसान हो गया था। फिर मैने आयरन डिटर्जेंट पाउडर व साबुन बनाने व बेचने का कार्य शुरु किया। वह भी नुकसान के कारण बन्द हो गया। वर्ष 2021-2022 में मैने द पुलिस टुडे नामक एक एजेंसी बनाकर जीएसटी कार्यालय (नई दिल्ली) में अपना जीएसटी रजिस्ट्रेशन करा दिया और पत्रकार बनकर कार्य शुरु किया। मेरे द्वारा पत्रकारिता का या मास कम्युनिकेशन में कोई डिग्री या डिप्लोमा नहीं लिया गया है।

पुलिस को डराने के लिए चलाता था फर्जी खबरें
ए टैक कम्पनी में कार्य करने के दौरान लोग मुझे इंजीनियर साहब कहने लगे थे। इसलिये मैने अपने नाम के आगे इंजीनियर विनोद कुमार गौतम लगा लिया। मेरे पास इंजीनियरिंग की भी कोई डिग्री नहीं है। इस काम से मैंने कई लोगों को अपनी एजेंसी का परिचय पत्र जारी करके पत्रकार बना दिया था। जो समय-समय पर मुझे पैसे देते थे। जिससे मेरा खर्चा चलता है। मैंने इन लोगों को बचाने के लिए सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफार्म पर लगातार फर्जी खबरें, ट्वीट बिना किसी तथ्यात्मक आधार पर प्रकाशित की थीं, ताकि पुलिस डर जाए।

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