नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती
पर सदभावना जाग्रति फाउंडेशन के प्रशिक्षण केंद्र पर उन्हें
नमन कर माल्यार्पण किया गया। फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष
डॉ. भावना शर्मा ने डॉ. मुखर्जी के व्यक्तित्व पर
प्रकाश डाला और बालिकाओं को बताया कि अनेक प्रतिभाओं के धनी मुखर्जी का जन्म
6 जुलाई 1901 को कोलकत्ता में हुआ।
बताया कि इनके पिता आशुतोष मुखर्जी और माता का नाम जोगदेवी माया
मुखर्जी था, इन्होंने भारतीय जनसंघ कि
स्थापना की, इनकी शिक्षा प्रसिडेंसी
यूनिवर्सिटी कोलकत्ता से हुईं, श्रीनगर में 23 जून 1953 को इनका शरीर पूरा हुआ, इस अवसर पर मुखर्जी जी का व्यक्तित्व विषय पर निबंध
प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, साथ ही राष्ट्रीय एकता और
अखंडता के पर्याय, महान शिक्षाविद, प्रखर राष्ट्रवादी और भारतीय जनसंघ के संस्थापक
मुखर्जी के नाम से नीम के पांच पौधे रोपित कर उनके पालन का संकल्प लिया।
30 बालिकाओं
ने लिया भाग, हितैषी रही प्रथम
निबंध प्रतियोगिता में 30 बालिकाओं ने भाग लिया, जिसमें प्रथम हितैषी, द्वीतिय कँगना, तीसरा स्थान ज्योति ने पाया। परीक्षितगढ़ प्रभारी संगीता
प्रजापति और सचिव रेखा सैनी ने सभी विजेताओं को उपहार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम समापन के मौके पर पायल, भारती, जाह्नवी, करिश्मा, पूजा, निशा, शहनाज, गुलशन और प्रियंका का सहयोग रहा। फाउंडेशन के
सचिव राघव कौशिक कहा, उनके व्यक्तित्व से हमें सीख लेनी
चाहिए, साथ ही सभी का आभार व्यक्त किया।
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