अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विवि के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग द्वारा "मीडिया और रंगमंच: एक दूसरे के साथ जुड़ाव की खोज" विषय पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में प्रोफेसर दानिश इकबाल (एकेजे एमसीआरसी, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली) को आमंत्रित किया गया।
उन्होंने छात्र- छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया और रंगमंच के बीच का संबंध बहुआयामी और गतिशील है, जिसमें ये परस्पर एक-दूसरे को विभिन्न तरीकों से प्रभावित करते है। उन्होंने रंगमंच का मीडिया पर प्रभाव के बारे में बोलते हुए कहा कि रंगमंच की समृद्ध कहानी कहने की परंपरा ने मीडिया प्रारूपों जैसे फिल्म और टेलीविजन को प्रेरित किया है। साथ ही रंगमंच का प्रदर्शन और लाइव बातचीत पर जोर देने से मीडिया के चरित्र विकास और दर्शक जुड़ाव के दृष्टिकोण को आकार मिला है।
इस मौके पर मीडिया और रंगमंच के संगम पर बोलते हुए पत्रकारिता
और जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डा.) सुभाष चंद्र थलेड़ी ने कहा कि कई
रंगमंच निर्माण मीडिया प्रारूपों में रूपांतरित किए जाते हैं, जैसे फिल्म और टेलीविजन
शो हैं. मीडिया अक्सर कहानी कहने को बढ़ाने के लिए नाटकीय प्रकाश और ध्वनि डिजाइन जैसे
रंगमंच तत्वों को शामिल करता है। इस अवसर पर राम प्रकाश तिवारी समेत अनेक छात्र-छात्राएं
मौजूद रहे।
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