नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। मेरठ रेंज के डीआईजी
कलानिधि नैथानी ने बताया कि डिजिटल युग के बढ़ते दौर में साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ा
है, जिसकी रोकथाम के लिए विभिन्न उपाए किए जाते रहे हैं।
डीआईजी ने बताया कि पोर्टल से प्राप्त साइबर फ्रॉड से सम्बन्धित शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए परिक्षेत्र के जनपदों में 01 जनवरी से अब तक 649 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं, जिनमें जनपद मेरठ में 176, बुलन्दशहर में 294, बागपत में 83 व हापुड़ में 96 एफआईआर दर्ज हुई हैं। पंजीकृत किए गए मुकदमों में पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ितों से ठगी की गयी धनराशि काफी मामलों में उनके बैंक खातों में वापस करायी गयी है तथा विवेचनात्मक कार्रवाई के दौरान साक्ष्य जुटाकर साइबर ठगी करने वाले आरोपियों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा गया है। डीआईजी ने बताया कि ग्रह मंत्रालय द्वारा NCRP पोर्टल का गठन किया गया है, जो पीड़ितों को ऑनलाइन शिकायत करने की सुविधा प्रदान करता है, जिस पर विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन साइबर फ्रॉड एवं ठगी के शिकार हुए व्यक्ति द्वारा सीधे शिकायत दर्ज करायी जा सकती है। कोई भी नागरिक साइबर ठगी के मामलों में NCRP पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करा सकता है।
NCRP पर कार्य करने और जनता को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए डीआईजी द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश....
➡️शासन द्वारा चलाये जा रहे साइबर जागरुकता अभियान को थाना प्रभारी गम्भीरता से ले, थाने पर साइबर मामलो के लिए एक प्रशिक्षित टीम साइबर हेल्प डेस्क पर रहे।
➡️साइबर टीम द्वारा नियमित रुप से स्कूल/कालेज, बस स्टैण्ड व ग्राम मे जाकर राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) के बारे में व साइबर अपराधों, जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, हैकिंग, फिशिंग के संबंध में जनता को जागरुक किया जाये।
➡️थानो पर NCRP पोर्टल के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतो को प्रतिदिन सम्बंधित जांच अधिकारी से जांच कराकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाये तथा थाना प्रभारी स्वंय पोर्टल की मानिटिंरिग करे। इसके लिये जनपदीय स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करे।
➡️थाने पर आने वाले व्यक्तियो को फिशिंग, पासवर्ड सुरक्षा और सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार के बारे में बताया जाये। तथा हेल्पलाइन नम्बर 1930 का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराये ।
व्यक्तिगत सतर्कता एवं आम जन से अपील —
➡️सभी खातो के लिये जटिल पारवर्ड का उपयोग करें।
➡️अज्ञात प्रेषको से प्राप्त संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, ऐसे ईमेल से सावधान रहे जो वास्तविक होने के बजाए बहुत अच्छे लगते हो या संवेदनशील जानकारी मांगते हो।
➡️सोसल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी गोपनीयता सेटिंग की समीक्षा करें जिससे यह नियंत्रित किया जा सके की कौनसी जानकारी सार्वजनिक रुप से साझा की जाये।
➡️अपने मोबाइल डिवाइस को मजबूत पासवर्ड से सुरक्षित रखें फिंगरप्रिन्ट या चेहरे की पहचान जैसे बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करने पर विचार करें।
➡️ऑनलाइन, विशेषकर सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली जानकारी के प्रति सतर्क रहें तथा बैंक खाता संख्या पता या जन्मतिथि जैसी संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
डीआईजी ने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिये व्यक्तिगत सतर्कता बहुत आवश्यक है ऐसा करने से हम अपने आप को साइबर फ्रॉड से बचा सकते हैं। साइबर सुरक्षा के प्रति लोगो को जागरुक करने व NCRP पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) एवं हेल्पलाइन नंबर 1930 का व्यापक प्रचार प्रसार करने तथा प्राप्त शिकायतों में तत्परता से कार्यवाही करने हेतु परिक्षेत्र की सभी जनपदीय पुलिस को निर्देश दिये गये हैं।
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