नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल आगामी 30 एवं 31 मई को भारत सरकार के
शिक्षा मंत्रालय के उपक्रम आईसीएसएसआर नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में दो द्विवसीय
राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन करने जा रहा है। इस सेमिनार का विषय ’भारत के एकीकरण में सरदार पटेल की विचारधारा एवं उनकी
भूमिका के उत्प्रेरक के रूप में मीडिया का योगदान है। यह जानकारी तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के
निदेशक प्रो. प्रशान्त कुमार ने दी।
संगोष्ठी के उद्देश्य के विषय पर प्रकाश डालते हुए डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय एकीकरण में सरदार पटेल की
भूमिका एवं उनके प्रयासों को शोधार्थी अध्ययन का केन्द्र बनाएं, साथ ही उनकी दूरदर्शिता एवं राष्ट्र के लिए किए गए उनके योगदान को समाज के
मध्य व्याख्यित किया जा सके। राष्ट्र की वर्तमान परिस्थतियों में सरदार पटेल के
विचार आज भी प्रांसिगक हैं।
इस सेमिनार के उप-विषय हैं:
• Sardar Patel as Freedom
Fighter
• Role of Sardar Patel as
Communicator in unification of Bharat
• Sardar Patel : An Icon of
National Integrity
• Sardar Patel as an Architect
of Integration Of India
• Importance of Ideology of
Sardar Patel in Contemporary Bharat
• Execution of Sardar Patel’s
Vision by Present Government
• Sardar Patel as a Political
Leader
• Sardar Patel and the making
of Bharat’s Constitution
सेमिनार की संयोजिका डॉ. दीपिका वर्मा ने बताया, इस सेमिनार में देश भर के लब्ध प्रतिष्ठित
शिक्षाविद् व मीडिया विशेषज्ञ सरदार पटेल की विचारधारा एवं राष्ट्रीय एकीकरण व
संविधान निर्माण में उनकी भूमिका पर चर्चा करेंगे। इस सेमिनार की अध्यक्षता
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला करेंगी। पूर्व सांसद राजेन्द्र
अग्रवाल, आईसीएसएसआर के सदस्य सचिव प्रो. धनजंय सिंह, चौधरी चरण सिंह
विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष कला एवं महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के
पूर्व कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा, कुशाभाउ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्ववि़द्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति
प्रो. बलदेव भाई शर्मा, दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, प्रो. बन्दना पाण्डेय, आईआईएमसीके प्रो. प्रमोद कुमार, पांचजन्य के सम्पादक
हितेश शंकर, आर्गनाइजर के सम्पादक प्रफुल्ल केतकर, बीएचयूसे डॉ. विवेक पाठक, डॉ. कुमकुम पाठक, जागरण लेक सिटी विश्वविद्यालय भोपाल से डॉ. देवर्थि धर, जेसी बोस विश्वविद्यालय
से प्रो. पवन सिंह मलिक, जेएनयू, दिल्ली से प्रो. शुचि यादव, गलगोटिया विश्वविद्यालय
से प्रो. आज्ञाराम पाण्डेय व प्रो. ताशा परिहार आदि वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके अतिरिक्त इस राष्ट्रीय सेमिनार
में दो सौ प्रतिभागियों के सम्मिलित होने का अनुमान है। इस सेमिनार को कुल आठ
सत्रों में बांटा गया है, जिसमें उद्घाटन, समापन, पांच तकनीकी सत्र तथा एक सांस्कृतिक सत्र भी रखा गया है।
No comments:
Post a Comment