अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय एवं सिद्धार्था नाँलिज फाउंडेशन शिक्षण प्रशिक्षण केन्द्र भारतीय ज्ञान प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला भारतीय ज्ञान परम्परा विषय पर आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को भारत की पारम्परिक ज्ञान परम्पराओं और उनकी वर्तमान शिक्षा प्रणाली में प्रासंगिकता से अवगत कराना रहा।
कार्यशाला
का उद्घाटन सत्र कुलपति प्रो. मेजर जनरल डॉ. जीके थपलियाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलन
एवं स्वागत भाषण के साथ आरंभ हुआ। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा, भारतीय ज्ञान प्रणाली केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर नहीं, बल्कि शिक्षा, विज्ञान, पर्यावरण और जीवन दर्शन में भी इसकी आधुनिक प्रासंगिकता है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रीति सिंह द्वारा किया गया। कार्यशाला में
विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के 85 से अधिक संकाय सदस्यों ने भाग
लिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए
विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रो. डॉ. शल्या राज ने शुभकामनाएं
प्रेषित की।
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