नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। दिगंबर जैन मंदिर आनंदपुरी में कल्याण मंदिर विधान बड़ी धूमधाम से संपन्न कराया गया। सर्वप्रथम इंद्रो द्वारा भगवान को पांडुक शिला पर विराजमान कर अभिषेक किया गया, शांति धारा का सौभाग्य सुनील जैन प्रवक्ता, सुधीर जैन, अर्पित जैन एवं मोहित जैन को प्राप्त हुआ।
तत्पश्चात श्री देव शास्त्र गुरु तथा मुनि सुब्रत नाथ भगवान की पूजा की गई. तदुपरांत मुनी श्री प्रणम्य सागर द्वारा रचित कल्याण मंदिर विधान किया गया। संसार से डरे हुए जीवो को अभय पद देने वाले, पापों में डूबते हुए जीवो को बचाने के लिए जहाज सामान श्री पारसनाथ भगवान के समक्ष स्वास्तिक मांडले पर 44 अर्घ चढ़ाए गए। इसी अवसर पर आभा जैन एवं अंजू जैन द्वारा 1008 पाठ का उद्यापन किया गया, सभी धार्मिक क्रियाएं अरुण जैन द्वारा संपन्न कराई गई।
शाम को रत्नमयी मांडले पर कल्याण मंदिर स्तोत्र के 44 श्लोकों के साथ रत्नमयी दीपों को अर्पित करते हुए आरती की गई। इन क्रियाओं में सतेंदर जैन, अचल जैन, राजीव जैन, अनंत वीर जैन जैन का विशेष सहयोग रहा।
No comments:
Post a Comment