नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। देश के पसमांदा मुसलमान को
5 किलो गेहूं, चावल और ईद की सौगात मोदी किट की आवश्यकता नहीं है और ना ही भूख है,
अगर वास्तव में केंद्र की सरकार मुसलमान को मुख्य धारा से जोड़ना चाहती है तो हमें
हमारा हक और ओबीसी आरक्षण के रूप में ईद पर बड़ा तोहफा दे दो। उक्त बातें समाजवादी
पार्टी पार्षद दल के पूर्व नेता अफजाल सैफी ने कहीं।
मीडिया में बयान जारी करते हुए श्री
सैफी ने कहा कि भाजपा सरकार चुनावी मौसम में पसमांदा मुसलमान को लुभाने के लिए तरह-तरह
की योजनाएं लाती है, लेकिन असली सवालों पर चुप के साथ रहती है। हर चुनाव से पहले झुग्गी
झोपड़िया में और गरीब बस्तियों में राशन और कपड़े पहुंच जाते हैं, लेकिन जब आरक्षण
की बात आती है तो सरकार गूंगी और बाहरी बन जाती है। हमें सरकार से दान नहीं, अधिकार
चाहिए। ईद पर सौगात नहीं, हक की गारंटी चाहिए। भाजपा और मोदी सरकार अगर सच्चे दिल से
पसमांदा मुसलमान की मदद करना चाहती है और भलाई चाहती है तो सौगात ए मोदी किट बांटने
की जगह मौजूदा संसद सत्र में पसमांदा मुसलमान को आरक्षण देने का बिल लाना चाहिए। पिछड़ा
वर्ग आयोग की नौवीं अनुसूची में पसमांदा मुसलमान को आरक्षण का प्रावधान तत्काल केंद्र
सरकार करें। श्री सैफी ने कहा कि हर बार मुसलमान को गरीब दिखाकर उनके वोट बैंक की राजनीति
की जाती है, जबकि असली मुद्दे को दबा दिया जाता है। पसमांदा मुस्लिम समाज को सियासी
मोहरे की तरह इस्तेमाल करना बंद करें। ईद पर मोदी किट भाजपा का चुनावी स्टंट है।
No comments:
Post a Comment