नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। इस साल देश को टीबी
मुक्त भारत के लिए सामाजिक संगठन आगे आ रहे है। जिंदल हॉस्पिटल ने टीबी विभाग से कंधे
से कंधा मिलाकर टीबी मुक्त भारत के मिशन के तहत दस टीबी मरीजों को गोद लिया है। उनके
उपचार होने तक उनको पोषण पोटली वितरण का सकल्प लिया है। इस दौरान टीबी मरीजों को पोषण
पोटली का वितरण किया गया।
इस मौके पर डीटीओ डा. गुलशन
राय ने कहा, टीबी मरीजों को भावनात्मक सहयोग देने से उनके ठीक होने की संभावना काफी
बढ़ती है। पोषण देने के साथ -साथ भावनात्मक जुड़ाव ज्यादा जरूरी है। उन्होंने सौ दिवसीय
टीबी अभियान के अंतर्गत सामाजिक संगठनों से अधिक से अधिक टीबी मरीजों को गोद लेने की
अपील की। टीबी मरीजों को पोषण पोटली वितरण के दौरान अस्पताल के प्रबंधक डा. सुनील जिंदल
ने कहा कि प्रोटीन युक्त भोजन खाने से मरीज की सेहत में जल्दी सुधार होता है। उन्होंने
पोषण देते समय टीबी मरीजों के परिजनों से कहा टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। इसका उपचार
संभव है। लक्षण दिखाई देने पर तत्काल चिकित्सक से सलाह ले। पीपीएम शबाना बेगम ने बताया,
टीबी मरीजों का उपचार पूरी निशुल्क किया जा रहा है। इसके साथ सरकार टीबी मरीजों के
खाते में प्रति माह एक हजार रुपये बीमारी ठीक होने तक डाल रही है। टीबी को जड़ से समाप्त
करने के लिए सौ दिवसीय अभियान चलाया है। लोगों की टीबी के प्रति जागकरूता लाने के लिए
विभिन्न् कार्यक्रम का आयोजन विभाग की ओर से किया जा रहा है। इस मौके पर जिला बीसीजी टेक्नीशियन अंजू गुप्ता, जिला प्रोग्राम
कोऑर्डिनेटर नेहा सक्सैना, कैंट टीबी यूनिट से योगेश कटारिया मौजूद रहे।
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