अर्जुन देशवाल
नित्य संदेश, बहसूमा। थाना क्षेत्र में नियम कायदों को ताक पर रख ई रिक्शा दौड़ाई जा रही हैं] यही नहीं लालचवस ई रिक्शा की कमान नाबालिगों के हाथ में पहुंच गई है, वह इन्हें लापरवाही और अनियंत्रित गति से सड़कों पर दौड़ा रहे हैं, इससे दुर्घटनाओं की आशंका अधिक रहती है।
कस्बे से लेकर देहात क्षेत्र में यह नाबालिग धड़ल्ले से ई रिक्शा दौड़ा रहे
हैं। ई रिक्शा की जैसे बाढ़ सी आ गई है, जिधर देखो उधर ई रिक्शा ही नजर आ रहे हैं। क्षेत्र में यातायात का मुख्य साधन यह ई रिक्शा बन गए हैं, पैरों से संचालित होने वाले रिक्शा की जगह इन ई रिक्शाओं ने ले ली है।
धन के अभाव के चलते आज भी कुछ लोग पेट पालने के लिए पैरों से चलने
वाला रिक्शा ही चला रहे हैं। ई रिक्शा के आने से यह स्वरोजगार का अच्छा माध्यम बन
गया है, इसे आसानी से खरीदकर लोग सड़कों पर दौड़ा रहे हैं। ई
रिक्शा चालक एमवी एक्ट के नियमों को तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। क्षेत्र में ओवरलोड और बिना रजिस्ट्रेशन के साथ ही बिना नंबर प्लेट के ई
रिक्शा दौड़ रहे हैं, ऐसे में कोई बड़ा हादसा होने पर इन
चालकों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बन जाता है। बढ़ते ई
रिक्शा यातायात व्यवस्था में खलल जरुर डाल रहे हैं।
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