Breaking

Your Ads Here

Sunday, February 16, 2025

माता मातंगी देवी पार्वती के दस स्वरूप में नवम भाव विद्या है, हिन्दू धर्म के गुप्त नवरात्रि में इनकी पूजा करने का विधान हैं: आचार्य प्रदीप गोस्वामी


माता बगलामुखी मंदिर साकेत में 13 फरवरी से पांच दिन की माता राज राजेश्वरी मातङ्गी देवी की चल रही प्राण प्रतिष्ठा

आज मंदिर में स्थापित होंगी माता राज राजेश्वरी मातङ्गी, 18 फरवरी को होगा विशाल भंडारा

नरेश कुमार 
नित्य संदेश, मेरठ। माता बगलामुखी ब्रह्मास्त्र महाविद्या मंदिर कैलाश प्रकाश स्टेडियम चौराहा साकेत मन्दिर में 13 फरवरी से 17 फरवरी तक पांच दिन की माता राज राजेश्वरी मातङ्गी देवी की प्राण प्रतिष्ठा चल रही है, जिसके चौथे दिन महा माई को पंच मेवा पांच फल पंच अमृत स्नान पुजा हवन अनुष्ठान के बाद अधिवास में शुद्ध घी शहद शकर मे निवास कराया गया। चौथे दिन की पूजा में आचार्य प्रदीप गोस्वामी, आशा गोस्वामी, कामेश शर्मा, विपुल सिंघल, विशाल बंसल, बबलू, नरेश कुमार, हिमांशु वर्मा गोपाल भैया आदि उपस्थित रहे।

मन्दिर पुजारी आचार्य प्रदीप गोस्वामी ने बताया कि माता मातंगी पार्वती के दस स्वरूप में नवम भाव विद्या है, हिन्दू धर्म के गुप्त नवरात्रि में इनकी पूजा करने का विधान हैं, इनका विशेष मन्दिर काम रूप कामाख्या प्रागंण में भगवती कमला (महा लक्ष्मी) संग विराजमान है मातंगी को संगीत, वाणी, ज्ञान, और कलाओं की देवी माना जाता है। इन्हें तांत्रिकों की सरस्वती भी कहा जाता है। आज की पूजा में आश वाधवा, तेजस्विनी वाधवा अर्चना बंसल सोनाली सोना भावना यादव कामेश शर्मा किशन कुमार विशाल बंसल, विपुल सिंघल हिमांशु कुमार आदि आदि का योगदान रहा।

आचार्य प्रदीप गोस्वामी ने बताया कि मंदिर में माता राज राजेश्वरी मातङ्गी की प्राण प्रतिष्ठा चल रही है जिसमे पांच दिन तक पंच मेवा, पांच फल, पंच अमृत स्नान पुजा हवन व अनुष्ठान पांच दिन तक चलने के बाद 17 फरवरी को माता की मूर्ति स्थापित होगी और 18 फरवरी को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

No comments:

Post a Comment

Your Ads Here

Your Ads Here