नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत उच्च शिक्षा में लचीलापन और व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में शोभित विश्वविद्यालय ने *द्विवार्षिक प्रवेश प्रक्रिया* को अपनाने की घोषणा की है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेन्द्र, कुलपति प्रोफेसर वी.के. त्यागी, प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. जयानंद, निदेशक आउटरीच डॉ नेहा वशिष्ठ, डीन एकेडमिक्स डॉ अशोक कुमार गुप्ता द्वारा प्रवेश विवरणिका का लोकार्पण किया गया। कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेन्द्र ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 भारत को एक ज्ञान-आधारित समाज बनाने का मार्ग प्रशस्त करती है। द्विवार्षिक प्रवेश प्रक्रिया उच्च शिक्षा के दरवाजे और अधिक छात्रों के लिए खोलने का एक क्रांतिकारी कदम है। यह पहल छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय छात्रों और विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी को भी प्रोत्साहित करेगी।
कुलपति प्रोफेसर वी.के. त्यागी ने इस पहल को संस्थान और छात्रों के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए यूजीसी द्वारा प्रस्तावित द्विवार्षिक प्रवेश प्रक्रिया का उद्देश्य उच्च शिक्षा में 50% सकल नामांकन अनुपात (GER) प्राप्त करना है। शोभित विश्वविद्यालय इस प्रक्रिया को पूर्ण प्रतिबद्धता और संसाधनों के साथ अपनाने के लिए तैयार है। सभी छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया और शैक्षणिक गुणवत्ता समान होगी।
डीन अकादमिक्स प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार गुप्ता ने इस प्रक्रिया को विस्तार से समझाते हुए कहा जुलाई/अगस्त और जनवरी/फरवरी में प्रवेश प्रक्रिया छात्रों को अधिक लचीलापन प्रदान करेगी। CUET-UG और CUET-PG स्कोर दोनों सत्रों में समान रूप से उपयोग किए जाएंगे। यह प्रक्रिया पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम है। विश्वविद्यालय ने संसाधनों और सहायक प्रणालियों को इस नीति के लिए पूरी तरह तैयार कर लिया है।
शोभित विश्वविद्यालय ने यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 2035 तक 50% सकल नामांकन अनुपात (GER) प्राप्त करने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में की है।
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