डॉक्टर अभिषेक डबास
नित्य संदेश, मोदीपुरम। शोभित विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम के प्रथम दिन का आगाज नए छात्रों के स्वागत और प्रेरणा से भरे वातावरण के साथ हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र, कुलपति प्रोफेसर वीके त्यागी, प्रतिकूलपति प्रोफेसर डॉ जयानंद, कुलसचिव डॉ गणेश भारद्वाज, निदेशक कॉर्पोरेट रिलेशन देवेंद्र नारायण, डीन एकेडमिक डॉ अशोक कुमार गुप्ता द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उन्हें सफलता की राह पर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने दीक्षारंभ को केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन में आगे बढ़ने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। साथ ही, उन्होंने छात्रों को "7Cs" के सिद्धांतों—संचार, सहयोग, रचनात्मकता, समालोचनात्मक सोच, आत्मविश्वास, समर्पण, और चरित्र—को अपनी सफलता की नींव बनाने की प्रेरणा दी। कुलपति प्रोफेसर डॉ. वी.के. त्यागी ने अपने वक्तव्य में नए छात्रों को शुभकामनाएं दीं और विश्वविद्यालय की मूल्य प्रणाली और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शोभित विश्वविद्यालय न केवल एक शैक्षणिक संस्थान है, बल्कि एक ऐसा मंच है जो छात्रों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद करता है। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. जयानंद ने भी छात्रों के साथ अपने विचार साझा किए और उन्हें अनुशासन की मेहता को समझाया। इसके पश्चात, डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार गुप्ता ने विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय उपलब्धियों, रैंकिंग्स और सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शोभित विश्वविद्यालय ने शिक्षा और अनुसंधान के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है, जो छात्रों के लिए गर्व की बात है।
विश्वविद्यालय के इस वर्ष के सत्र की विशेष बात यह रही कि शोभित विश्वविद्यालय में इस बार 22 से अधिक भारतीय राज्यों और विभिन्न देशों—जैसे यूक्रेन, लाइबेरिया, तंजानिया, घाना, ओमान आदि से छात्र शामिल हुए हैं। इस वैश्विक विविधता ने विश्वविद्यालय के समृद्ध सांस्कृतिक और शैक्षणिक वातावरण को और भी व्यापक बनाया है।
कार्यक्रम के दौरान, नए छात्रों का विशेष "रेड कार्पेट वेलकम" के माध्यम से स्वागत किया गया। इस अभिनव स्वागत समारोह ने छात्रों को शुरू से ही विश्वविद्यालय परिवार का हिस्सा महसूस कराया, जिससे उनकी यात्रा एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ी। इसके बाद, "फेस्टिवल ऑफ यूनिटी" के तहत आयोजित फ्लैश मोब ने छात्रों को जोश और एकता के संदेश से भर दिया। छात्रों ने फ्लैश मोब के माध्यम से योगा कर खूब मस्ती की।
अगले चरण में, "गेट टू नो शोभित" नामक एक इंटरएक्टिव क्विज़ का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण तथ्यों, इतिहास और उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस क्विज़ में लाइव लीडरबोर्ड्स और पुरस्कारों के माध्यम से छात्रों की भागीदारी को और भी रोमांचक बनाया गया।
पहले दिन छात्रों को विश्वविद्यालय के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को समझने के लिए "डिजिटल शोभित" कार्यक्रम में डिजिटल संरचना और तकनीकी संसाधनों से परिचित कराने के लिए एक इंटरएक्टिव टेक एक्सपो का आयोजन किया गया। इस तकनीकी यात्रा ने छात्रों को उनके डिजिटल कौशल को निखारने और शिक्षा के डिजिटल पहलुओं से सहजता से जुड़ने का आत्मविश्वास दिया।
इसके अलावा "टुगेदर वी अचीव" नामक टीम बिल्डिंग एक्टिविटी का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों ने सहयोग, रचनात्मकता और समस्या-समाधान के कौशल को विकसित किया। इस टीम-बिल्डिंग गतिविधि ने छात्रों के बीच गहरे संबंधों को स्थापित किया, जो उनकी शैक्षिक यात्रा में महत्वपूर्ण साबित होंगे।
पहले दिन का समापन "रिदम्स ऑफ शोभित" नामक सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ, जिसमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ाव महसूस किया। नवागंतुक छात्रों के लिए विशेष रूप से आयोजित इस सांस्कृतिक संध्या ने समुदाय की भावना को और सुदृढ़ किया, जिससे दिन का समापन एक सकारात्मक और उत्साहजनक माहौल में हुआ।
कार्यक्रम का संचालन डायरेक्टर आउटरीच डॉ नेहा वशिष्ठ द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी एवं शिक्षक गण मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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