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Saturday, August 17, 2024

सुभारती इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ में सात दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम का शुभारंभ

उत्सुकता के साथ पुस्तकें पढ़ने की आदत से ज्ञान वर्धन होता हैं - डॉ. वैभव गोयल भारतीय

अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ में बी.ए.एलएल.बी. प्रथम वर्ष (बैच 2024-25) के नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं लिए सात दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम (ओरियंटेशन प्रोग्राम) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम सरदार पटेल सुभारती इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के निदेशक व (भूतपूर्व न्यायमूर्ति इलाहाबाद उच्च न्यायालय) राजेश चंद्र के दिशा निर्देशन में तथा संकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

अभिविन्यास कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण करके किया गया।
कार्यक्रम का संचालन ग्रेसी सिंह और मंगलम गुप्ता बी.ए.एलएल.बी. पंचम वर्ष की छात्राओं द्वारा संयुक्त रूप से करते हुए नवप्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत किया गया। उन्होंने कार्यक्रम का उद्देश्य महाविद्यालय के विभिन्न पदाधिकारियों से सभी को परिचित कराया। इसके बाद दोनों संचालिकाओं ने महाविद्यालय की परंपराओं, सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं जैसे कि मेन्टर-मेन्टी, लिटरेरी लॉ क्लब, प्रतियोगिताओं आदि से विद्यार्थियों को परिचित कराया। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों के मन से रैगिंग जैसी कुप्रथा का डर निकालना निकाल कर विश्वविद्यालय के पारिवारिक वातावरण से अवगत कराया गया। इसके साथ ही सभी शिक्षकों द्वारा अपना परिचय विद्यार्थियों को दिया गया।

सुभारती विधि संस्थान के संकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि विधि का क्षेत्र अत्यधिक व्यापक है। इसमें सफलता पाने के लिए आपको सतत् और कठिन प्रयास करने होंगे। उन्होनें कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए आपको कुछ बातां जैसे कि आपको अपनी सभी परीक्षा पहले ही प्रयास में उर्त्तीण कर लेनी चाहिए। विधि का विद्यार्थी होने के कारण आपके मन में उत्सुकता लगातार बनी रहनी चाहिए एवं लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मोबाइल एवं इंटरनेट पर निर्भर रहना बन्द करना तथा पुस्तकों को पढ़ने की आदत डालनी होगी।

सुभारती विधि संस्थान के निदेशक व भूतपूर्व न्यायमूर्ति राजेश चंद्र द्वारा विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा गया कि इस क्षेत्र में आपका स्वागत है। विधि के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको सतत अध्ययन करना होगा और उस अध्ययन के आधार पर अपने जीवन में निश्चित तौर पर सफलता प्राप्त करेंगे और अपने माता-पिता के तथा स्वयं के सपनों को पूरा कर पाएंगे।

विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉ. शशिराज तेवतिया द्वारा विश्वविद्यालय की अनुशासन समिति के विषय में विस्तार से बताया गया। प्रो. डॉ. रीना बिश्नोई ने विद्यार्थियों को परीक्षा प्रणाली, महाविद्यालय के परीक्षा समन्वयक एवं विभिन्न कमेटियों एवं उनके लिए प्राधिकृत व्यक्ति के विषय में विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने विद्यार्थियों से दी गयी जानकारी से सम्बन्धित प्रश्न पूछे तथा सही उत्तर देने वाले विद्यार्थी को पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम के अगले चरण में आफरीन अल्मास तथा आशुतोष देशवाल द्वारा विद्यार्थियां को विश्वविद्यालय का भ्रमण करवाया गया एवं उस पर आधारित प्रशनोत्तरी की गयी।

कार्यक्रम में डॉ. सारिका त्यागी, डॉ. प्रेमचंद (अकादमिक समन्वयक), डॉ. रफत खानम, डॉ, संजय, एना सिसोदिया, अजय राज, सोनल जैन, अरशद आलम, शालिनी गोयल,, आशुतोष देशवाल एवं हर्षित आदि शिक्षक शिक्षिकाएं एवं शिवम शर्मा तथा सुभारती विधि संस्थान की कम्प्यूटर लैब के विशेषज्ञ आशीष आदि उपस्थित रहे।

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