डा.
अभिषेक डबास
नित्य संदेश, मेरठ। शोभित
इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के कंप्यूटर क्लब द्वारा आयोजित एक
विशेष कार्यशाला में माइक्रोसॉफ्ट एज्योर की शक्ति को अनलॉक करने का अवसर मिला। इस
कार्यशाला का आयोजन शनिवार को शोभित विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यशाला के आयोजक
कंप्यूटर क्लब के इंचार्ज राजेश पांडेय थे।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों और पेशेवरों को माइक्रोसॉफ्ट एज्योर के
मूलभूत सिद्धांतों और इसके उपयोग के लाभों से अवगत कराना था। एज्योर, माइक्रोसॉफ्ट का क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म, आज के डिजिटल युग में अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
यह कार्यशाला उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर थी जो अपने क्लाउड कौशल को अगले स्तर
पर ले जाना चाहते हैं। कार्यशाला के मुख्य
वक्ता मधुर अग्रवाल थे, जो डेलॉइट इंडिया
में एनालिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। मधुर अग्रवाल ने अपने अनुभव और ज्ञान को साझा
करते हुए बताया कि कैसे एज्योर का उपयोग करके विभिन्न क्लाउड प्रोजेक्ट्स को
सफलतापूर्वक प्रबंधित किया जा सकता है। उन्होंने एज्योर वर्चुअल मशीन (वीएम) बनाने
और प्रबंधित करने के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। कार्यशाला में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं जैसे की
माइक्रोसॉफ्ट एज्योर के मूलभूत सिद्धांत, एज्योर वर्चुअल मशीन (वीएम) बनाना और प्रबंधित करना,
एज्योर के उपयोग के लाभ आदि पर चर्चा की गई । मधुर अग्रवाल ने एज्योर वीएम
बनाने और प्रबंधित करने के विभिन्न तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने लाइव
डेमो के माध्यम से यह भी दिखाया कि कैसे एक वीएम को सेटअप और कॉन्फ़िगर किया जा
सकता है। कार्यशाला में भाग लेने वाले छात्रों ने इसे अत्यधिक उपयोगी और
ज्ञानवर्धक पाया। कई प्रतिभागियों ने कहा कि इस कार्यशाला ने उन्हें एज्योर के
बारे में गहन जानकारी प्राप्त करने में मदद की और वे अब अपने क्लाउड प्रोजेक्ट्स
को अधिक आत्मविश्वास के साथ प्रबंधित कर सकते हैं। कार्यशाला के अंत में पंजीकृत प्रतिभागियों के लिए एक मुफ्त लिंक्डइन
प्रीमियम वाउचर जीतने का मौका भी था। इस विशेष आकर्षण ने कार्यशाला में और भी अधिक
उत्साह और जोश भर दिया।
आयोजकों ने कहा कि वे भविष्य में भी इस प्रकार की और कार्यशालाओं का आयोजन
करेंगे ताकि छात्रों और पेशेवरों को नवीनतम तकनीकों और कौशलों से अवगत कराया जा
सके। कार्यशाला ने न केवल
प्रतिभागियों को एज्योर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की, बल्कि उन्हें अपने क्लाउड कौशल को सुधारने का भी अवसर
दिया। इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्रों के लिए अत्यधिक लाभकारी होती हैं और
उन्हें अपने करियर में आगे बढ़ने में मदद करती हैं।
कुलपति प्रोफ. वीके त्यागी ने आशीर्वचनों द्वारा इस कार्यक्रम की काफी
प्रशंसा की और विध्यार्तीयो को प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरित किया। स्कूल ऑफ़ कम्प्यूटेशनल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग के
डायरेक्टर डॉ. निधि त्यागी ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए इनोवेशन और
स्किल एनहांसमेंट पर बात की। डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. दिव्या प्रकाश ने बच्चो के
उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और उन्हें प्रोत्साहित
किया। प्रोग्राम में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, मिस्टर अविनव पाठक, राजीव कुमार, डॉ. विनीत
विश्नोई, सुरभि, नीमरा, हिमानी, निकिता, नैंसी, फखरून आदि मौजूद
रहे।
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