डा. अभिषेक डबास
नित्य संदेश, मेरठ। शोध-उन्मुख शैक्षणिक परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों के लिए विख्यात शोभित विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के पाँच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक और ऐतिहासिक पहल करते हुए भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) में पीएचडी कार्यक्रम की शुरुआत की है।
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति एवं डीन रिसर्च प्रो. (डॉ.) जयानंद ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रोत्साहित भारतीय ज्ञान प्रणाली पहल के अंतर्गत विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य भारतीय परंपराओं, दर्शन, विज्ञान, चिकित्सा, गणित, खगोल विज्ञान, कला, साहित्य और शासन-व्यवस्था जैसे विविध क्षेत्रों के अद्वितीय योगदानों का गहन शोध कर उन्हें वैश्विक पटल पर स्थापित करना है। इस अवसर पर कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा, भारतीय ज्ञान प्रणाली केवल हमारे अतीत की गौरवशाली धरोहर नहीं है, बल्कि यह आधुनिक भारत के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला भी है।
शोभित विवि का यह
पीएचडी कार्यक्रम शोधार्थियों को इस अमूल्य धरोहर का वैज्ञानिक अध्ययन करने, उसके समकालीन महत्व को
समझने और वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का अद्वितीय अवसर प्रदान करेगा। इस अवसर पर विवि के
सभी निदेशक, डीन और सभी संकाय सदस्य
उपस्थित रहे।
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