इकराम चौधरी
नित्य संदेश, मेरठ। गढ़ रोड स्थित तक्षशिला कॉलोनी निवासी डॉ. मनोज कुमार सैनी ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह पिछले कई वर्षों से नगर निगम और तहसील मेरठ के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से मानसिक उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। डॉ. सैनी के अनुसार, उनके पास वर्ष 1975 से अब तक के सभी भूमि अभिलेख मौजूद हैं और वर्ष 1985 में भवन का नक्शा भी मेरठ विकास प्राधिकरण से स्वीकृत है।
डॉ. सैनी का कहना है कि भू-माफियाओं और कुछ अधिकारियों की साजिश के चलते उन्हें गलत तरीके से ग्राम दतावली गेसूपुर, तहसील सदर मेरठ स्थित खसरा संख्या 960 और 961 की भूमि का स्वामी बताया जा रहा है, जबकि उनका खसरा संख्या 968 में है। यह भूमि गढ़ रोड पर स्थित है और उस पर वैध रूप से वर्षों से कब्जा व निर्माण है। उन्होंने बताया कि बार-बार मेरठ तहसील के कुछ अधिकारियों को वास्तविक स्थिति से अवगत कराने के बावजूद उन्हें "कारण बताओ नोटिस" जारी किए जा रहे हैं। हाल ही में 11 जून को नगर निगम की ओर से एक ओर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जिससे उन्हें मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
डॉ. सैनी का आरोप है कि कुछ अधिकारी उनसे धन की अवैध मांग भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई राहत नहीं मिली है। अब वे मजबूर होकर प्रशासन से अनुरोध कर रहे हैं कि इस उत्पीड़न पर तत्काल रोक लगाई जाए और भविष्य में उन्हें कोई नोटिस जारी न किया जाए। डॉ. सैनी ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन स्तर पर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे तहसील व नगर निगम के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।
उन्होंने शासन-प्रशासन से निवेदन किया है कि तहसील व नगर निगम के माध्यम से भेजे गए सभी कारण बताओ नोटिस तत्काल निरस्त किए जाएं और दोषियों के खिलाफ जांच कर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। यह मामला न केवल एक जिम्मेदार नागरिक के अधिकारों के हनन का है, बल्कि सरकारी सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार और भू-माफियाओं की मिलीभगत को भी उजागर करता है।
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