नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। सरधना में एक मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने तांत्रिक असद को गिरफ्तार कर लिया, जो 15 वर्षीय उवैस की हत्या और 11 वर्षीय रिहान की हत्या दोनों मामलों में मुख्य आरोपी है। असद ने नगला ऑर्डर के जंगल में सबूत जुटाने पहुंची पुलिस टीम पर गोली चला दी, जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया।
थाना सरधना की पुलिस टीम असद को उसकी निशानदेही पर रिहान हत्याकांड में प्रयुक्त सामान बरामद करने के लिए नगला ऑर्डर के जंगल में लेकर गई थी। शुरुआत में आरोपी ने एक पेड़ के नीचे से मिट्टी में दबी मृतक रिहान की खून से सनी नीली पैंट और एक रस्सी पुलिस को सौंपी। इससे पुलिस को लगा कि अब सबूत मिलने शुरू हो गए हैं।
हालांकि, इसके बाद स्थिति ने एक अप्रत्याशित मोड़ ले लिया। जब पुलिस उसे दूसरी रस्सी की बरामदगी के लिए थोड़ी दूर लेकर गई, तो असद ने झाड़ियों में छिपाकर रखा हुआ तमंचा निकाल लिया और जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर गोली चला दी। पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में आरोपी असद के दोनों पैरों में गोली लगी और वह वहीं गिर पड़ा।
घटनास्थल से एक 315 बोर का तमंचा, एक कारतूस का खोखा, दो रस्सियाँ और मृतक रिहान की पैंट बरामद की गई। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी असद पर पहले से ही हत्या के दो गंभीर मामले दर्ज हैं, जिसमें उवैस और रिहान की हत्या भी शामिल है। उन्होंने पुष्टि की कि इस गिरफ्तारी से रिहान हत्याकांड की पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस अब आरोपी को कठोरतम सजा दिलाने की प्रक्रिया तेज कर रही है।
इस पुलिस टीम में थाना प्रभारी प्रताप सिंह सहित आठ अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने बहादुरी और तत्परता दिखाते हुए अपराधी को काबू किया। यह घटना सरधना में चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां फिल्मी अंदाज में हुई इस मुठभेड़ ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई को उजागर किया है।
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