नित्य संदेश ब्यूरो
नोएडा। गुजरात स्थित एचएंडएच एल्युमीनियम प्राइवेट लिमिटेड ने राजकोट में भारत का सबसे बडा और सबसे उन्नत एल्युमीनियम सोलर फ्रेम मैन्युफेक्चरिंग प्लांट शुरू किया है। राजकोट के चिभड गांव में 24,000 म ट्रिक टन (एमटी) प्रति वर्ष क्षमता वाला यह प्लांट भारत में 6 गीगावाट तक के सौर संयंत्रों को सपोर्ट कर सकता है। इस प्लांट का उद्घाटन 4 जुलाई, 2025 को भारत सरकार के माननीय केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल द्वारा वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, एचएंडएच एल्युमीनियम की लीडरशिप टीम और सभी आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया।
इस विषय पर अधिक जानकारी बताते हुए एचएंडएच एल्युमीनियम प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक उत्तम पटेल ने बताया कि "यह एक ही स्थान पर भारत का सबसे बडा और सबसे उन्नत सोलर पैनल एल्युमीनियम फ्रेम प्लांट होगा और हमने इसे लगभग एक वर्ष के रिकॉर्ड समय में स्थापित किया था। हम राज्य सरकार और सभी संबंधित विभागों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं। वर्तमान में भारत 90-95 प्रतिशत एल्युमीनियम सोलर पैनल फ्रेम की आयात करता है। इस प्लांट के साथ, हम मेक इन इंडिया पहल का समर्थन करने और सौर ऊर्जा क्षेत्र में घरेलू विनिर्माण को बढावा देने की दिशा में एक सार्थक कदम उठा रहे हैं। हमें अगले एक महीने के भीतर व्यावसायिक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। "
एचएंडएच एल्युमीनियम प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विजय कनेरिया ने बताया कि, "भारत ने 2025 में 100 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता का ऐतिहासिक माइलस्टोन हासिल कर लिया है। इसके अला वा, सरकार ने वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता स्थापित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है, जिसमें से लगभग 280 गीगावाट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा सौर ऊर्जा से आने की उम्मीद है। यह अगले 5-10 वर्षों में सौर ऊर्जा और संबंधित उद्योगों के लिए एक बडा अवसर दर्शाता है। "
कंपनी ने 28,000 वर्ग मीटर के अत्याधुनिक और सोलर पैनल एल्युमीनियम फ्रेम के लिए आधुनिक और सबसे उन्नत प्लांट में लगभग रु. 150 करोड का निवेश किया है। प्लांट में ट्रायल प्रॉडक्शन जून 2025 के महीने में शुरू हो गया था और एक महीने के भीतर वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। पूरी क्षमता पर प्लांट प्रति वर्ष रु. 700-750 करोड की बिक्री दर्ज करने में सक्षम होगा। यह प्लांट 300 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
29 सितंबर 2024 को भारत सरकार ने घरेलू उद्योग की सुरक्षा के लिए चीन में उत्पादित या वहां से निर्यात किए जाने वाले "सोलर पैनल/मॉड्यूल के लिए एनोडाइज्ड एल्युमीनियम फ्रेम" की आयात पर पांच साल की अवधि के लिए एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई थी। इसके परिणाम स्वरुप, निर्दिष्ट चीनी उत्पादकों/निर्यातकारों और किसी भी अन्य गैर-निर्दिष्ट संस्थाओं से आयात पर 403 डॉलर से 577 डॉलर प्रति म ट्रिक टन (14 प्रतिशत के बराबर) तक एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई गई है। यह ड्यूटी अधिसूचना की तारीख से पांच साल के लिए लागू है।
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