नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। अंतर्राष्ट्रीय सनातन ट्रस्ट द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित नसबंदी शिविर में नसबंदी कराने वाली महिलाओं को "नारी शक्ति संकल्प सम्मान" से सम्मानित किया गया।
विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर अंतर्राष्ट्रीय सनातन ट्रस्ट के माध्यम से नसबंदी शिविर में महिला सशक्तिकरण एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नसबंदी कराने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ शुचि गुप्ता ने गुप्ता ने बताया कि पांच महिलाओं को *नारी शक्ति संकल्प सम्मान* से सम्मानित किया गया है। इस शिविर की अध्यक्षता डॉ मीनाक्षी सिंह (प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक , मेरठ) व मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सरबजीत सिंह कपूर (अध्यक्ष, प्रयत्न फांउडेशन, मेरठ) रहे। ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ शुचि गुप्ता ने इस अवसर पर कहा, कि जब महिलाएं अपनी संतान संख्या पर निर्णय लेने में सक्षम होती हैं, तो परिवार सशक्त होता है। और जब परिवार सशक्त होता है, तभी समाज और राष्ट्र सशक्त बनता है।"हमारे देश की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक तेजी से बढ़ती जनसंख्या है। इसका असर शिक्षा, स्वास्थ्य, संसाधनों और समग्र विकास पर पड़ता है। लेकिन यह भी सत्य है कि जनसंख्या नियंत्रण केवल कानून या नीति से नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग भागीदारी से संभव है। यह जरूरी है कि परिवार नियोजन को डर, भ्रांतियों और सामाजिक दबावों से बाहर निकालकर स्वास्थ्य और विकास से जोड़ा जाए।
मुख्य अतिथि राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सरबजीत सिंह कपूर ने नसबंदी कराने वाली पांच महिलाये आरती, प्रीति, मनसा, शबाना राधा को 'नारी शक्ति संकल्प' सम्मान से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया*ल, इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि यह बहुत सराहनीय प्रयास है कि ट्रस्ट ने पूरी पारदर्शिता, संवेदनशीलता और गरिमा के साथ नसबंदी प्रक्रिया को पूरा किया। इससे लोगों का विश्वास बढ़ेगा।" उन्होंने जोर देकर कहा कि दो बच्चे ही पर्याप्त हैं और इसको लेकर अब संसद में दो बच्चो का कानून पारित होना ही चाहिए। उन्होंने भारत अबादी 140 करोड से ऊपर चल गई की बढ़ती हुई जनसंख्या पर भी अपनी चिंता व्यक्त की।
इस शिविर की अध्यक्षता कर रही डॉ मीनाक्षी सिंह ने बताया कि शिविर का आयोजन स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और ट्रस्ट के चिकित्सा विशेषज्ञों की देखरेख में किया गया। इसमें महिलाओं को नसबंदी की प्रक्रिया लाभ संभावित दुष्प्रभावों और बाद की देखभाल के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। महिलाओं की सहमति से चिकित्सकीय जांच के उपरांत नसबंदी प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता और गरिमा के साथ अंजाम दिया गया। कार्यक्रम की इस अवसर पर धन सिंह कोतवाल शोध संस्थान के अध्यक्ष तस्वीर चपराना उपस्थित रहे। डॉ शशि, डॉ राजेश, डॉ अमित, डॉ संजीव आदि लोग उपस्थित रहे।
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