-वर्क टू रूल आंदोलन के
साथ भोजनावकाश में प्रदेश भर में हुए विरोध प्रदर्शन
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। विद्युत कर्मचारी
संयुक्त संघर्ष समिति ने पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एनर्जी
टास्क फोर्स को गुमराह किया है। निजीकरण के बारे में बिजली कर्मियों की आपत्तियों से
उन्होंने एनर्जी टास्क फोर्स को पूरी तरह अवगत नहीं कराया। एनर्जी टास्क फोर्स द्वारा
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के बारे
में लिए गए एक तरफा फैसले से शनिवार को प्रदेश
भर के बिजली कर्मचारियों में गुस्सा दिखा। बिजली कर्मचारियों ने वर्क टू रूल आंदोलन
के साथ भोजन अवकाश के दौरान समस्त जनपदों और परियोजनाओं पर विरोध प्रदर्शन किया।
संघर्ष समिति मेरठ के पदाधिकारियों
इं सीपी सिंह (सेवानिवृत), इं कृष्ण कुमार साराश्वत, इं निखिल कुमार, इं निशान्त त्यागी,
इं प्रगति राजपूत, कपिल देव गौतम, जितेन्द्र कुमार, दीपक कश्यप, प्रदीप डोगरा, दिलमनी,
मांगेराम, भूपेंद्र, कासिफ आदि ने बताया कि पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन ने एनर्जी टास्क
फोर्स के सामने विद्युत वितरण निगमों के घाटे के गलत आंकड़े रखे हैं। पॉवर कॉरपोरेशन
ने एनर्जी टास्क फोर्स को अगले वित्तीय वर्ष में 65000 करोड़ रुपए के घाटे की बात बताई
है, जबकि पॉवर कॉरपोरेशन ने ही विद्युत नियामक आयोग को सौंपे गए एआरआर में अगले वित्तीय
वर्ष में 9206 करोड रुपए के घाटे की बात कही है। संघर्ष समिति ने कहा कि घाटे के संबंध
में पावर कॉरपोरेशन द्वारा लगातार बताए जा रहे भ्रामक और झूठे आंकड़ों का खंडन करते
हुए संघर्ष समिति ने 12 मई को पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन और प्रबंधन के सामने एक पीपीटी
प्रेजेंटेशन किया था। इस पीपीटी प्रेजेंटेशन में बताया गया था कि यदि सरकारी विभागों
का बिजली राजस्व का बकाया मिल जाए और समय से सब्सिडी की धनराशि मिल जाए तो पावर कार्पोरेशन
किसी प्रकार के घाटे में नहीं है।
निजीकरण के विरोध में चल
रहे वर्क टू रूल आंदोलन के चौथे दिन बिजली कर्मचारियों ने शाम 05 बजे तक ही कार्य किया।
बिजली कर्मियों ने 05 बजे के बाद उपभोक्ताओं को कोई दिक्कत नहीं होने दी, किन्तु प्रबंधन
के साथ पूरी तरह असहयोग किया। एनर्जी टास्क फोर्स द्वारा निजीकरण के बारे में लिए गए
एकतरफा निर्णय के विरोध में जनपद में ऊर्जा भवन सहित मुख्य अभियंता कार्यालय पर बिजली
कर्मचारियों ने भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया।
No comments:
Post a Comment