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Wednesday, May 7, 2025

सुभारती विश्वविद्यालय में “साइकोलॉजी वीक 2025” का आयोजन

 
“ग्रोथ माइंडसेट - संभावनाओं की शक्ति” पर पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता

विकास मानसिकता के साथ, व्यक्ति अवसर देख सकते हैं और कुछ भी हासिल करने की अपनी क्षमता पर विश्वास कर सकते हैं। - डॉ. नियति गर्ग

अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के लिबरल आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज विभाग ने "साइकोलॉजी वीक 2025" के अवसर पर "ग्रोथ माइंडसेट – संभावनाओं की शक्ति" विषय पर एक प्रेरणादायक पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में सकारात्मक सोच, आत्म-विश्वास, और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता को प्रोत्साहित करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. नियति गर्ग (सहायक प्रोफेसर, मनोविज्ञान) ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए की। उन्होंने विद्यार्थियों को विकासशील मानसिकता अपनाने और जीवन की कठिनाइयों को सीखने के अवसर के रूप में देखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा "विकास मानसिकता" एक मानसिकता है जो विकास और सुधार की क्षमता पर जोर देती है। इस संदर्भ में "संभावना की शक्ति" परिप्रेक्ष्य, सुझाव देता है कि विकास मानसिकता के साथ, व्यक्ति अवसर देख सकते हैं और कुछ भी हासिल करने की अपनी क्षमता पर विश्वास कर सकते हैं।

डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष, लिबरल आर्ट्स एवं ह्यूमैनिटीज विभाग ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रोथ माइंडसेट वाले व्यक्ति असफलताओं से नहीं घबराते, बल्कि उन्हें अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के अवसर के रूप में अपनाते हैं। छात्रों ने रंग-बिरंगे और रचनात्मक पोस्टरों के माध्यम से ग्रोथ माइंडसेट के सिद्धांतों को खूबसूरती से दर्शाया। आकर्षक स्लोगनों जैसे — "गलतियाँ सफलता की सीढ़ी हैं" और "हर असफलता एक नई शुरुआत है" — ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया और प्रतियोगिता में जीवंतता भर दी। बीए और एमए के कुल 18 प्रतिभागियों ने न केवल अपने विचारों को पोस्टरों पर उकेरा, बल्कि मंच पर आकर अपने स्लोगन और पोस्टरों के पीछे की सोच और संदेश को भी प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। यह रचनात्मक पोस्टर और स्लोगन उनके मानसिक स्वास्थ्य और परिपक्वता को दर्शाते हैं।

कार्यक्रम का संचालन और समन्वय डॉ. मोहिनी मित्तल और डॉ. सरिता शर्मा (सहायक प्रोफेसर, मनोविज्ञान) ने बखूबी किया। दोनों शिक्षिकाओं ने विद्यार्थियों को सृजनात्मकता, आत्म-विश्लेषण और मानसिक लचीलापन विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस आयोजन में डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. रूबी, डॉ. लवली, मिस जूली, डॉ. अजय कुमार वर्मा, श्री कपिल और डॉ. किरण रानी पंवार जैसे कई शिक्षकगणों ने भी सक्रिय सहभागिता दिखाई और छात्रों को अपने अनुभवों से लाभान्वित किया।

समापन सत्र में डीन डॉ. सुधीर कुमार त्यागी और विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी ने विद्यार्थियों के प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और उन्हें जीवन में ग्रोथ माइंडसेट अपनाकर निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. नियति गर्ग ने सभी प्रतिभागियों, आयोजकों और उपस्थितजनों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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