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Monday, April 21, 2025

वक़्फ़ संपत्तियाँ समाज की अमानत हैं, इनका सदुपयोग ही असली कर्तव्य है: अशफ़ाक़ सैफी

 


वक्फ सुधार जन जागरण अभियान के अंतर्गत गुन्नौर में गोष्ठी का आयोजन

नित्य संदेश ब्यूरो

संभल। गुन्नौर में वक़्फ़ बिल पर आयोजित गोष्ठी में अशफ़ाक़ सैफी ने मुस्लिम समाज को नई सोच दी। विपक्ष पर हमला करते हुए श्री सैफी ने कहा, ओवैसी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव झूठ बोलकर मुसलमानों को डराने व गुमराह करने का काम कर रहे हैं, जिस तरह इन्होंने CAA का झूठ फैलाकर मुसलमान को पहले भी गुमराह किया है, अब फिर से यह झूठ फैला रहे हैं। नए वक्फ कानून से मुसलमान की मस्जिद, दरगाह, कब्रिस्तान, खान कहा, मदरसे छीन लिए जाएंगे, जबकि ऐसा नहीं होगा, बल्कि पसमांदा, पिछड़े मुसलमानों, गरीब महिलाओं का सशक्तिकरण और विकास होगा।


श्री सैफी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास, और अब सबका प्रयास” मंत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि वक़्फ़ बिल प्रधानमंत्री की पारदर्शिता और समाज के अंतिम पायदान तक न्याय पहुँचाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह बिल न तो किसी धर्म के खिलाफ है, न किसी संस्था के। यह एक व्यवस्था है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि वक़्फ़ संपत्तियों का सही उपयोग हो। स्कूल बने, अस्पताल खुलें, युवाओं को हुनर मिले, और मुस्लिम महिलाएँ आत्मनिर्भर बनें। गरीब, यतीम बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, यह राजनीति का नहीं ज़िम्मेदारी का विषय है।” सैफी ने ज़ोर देते हुए कहा कि दशकों तक मुस्लिम समाज के नाम पर सिर्फ़ वोट की राजनीति हुई। आज़ाद भारत में पहली बार वक़्फ़ संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित करने की ईमानदार कोशिश हो रही है। कुछ लोग जिन्हें समाज के विकास से तकलीफ़ है, वे भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। ओवैसी जैसे नेता जिन्होंने वक़्फ़ की ज़मीनों पर शॉपिंग मॉल बना दिए, उन्हें जवाब देना होगा कि समाज को क्या मिला? शॉपिंग मॉल या अस्पताल स्कूल? अब वक़्फ़ की ज़मीन सिर्फ़ सियासत का ज़रिया नहीं रहेगी, बल्कि समाज के उत्थान का साधन बनेगी।” 


गोष्ठी में पंडित हरीश गौतम, मौलाना साजिद सफ़दर, राशिद अली, ज़ाहिद अली, हाजी साबिर अली, हाजी सलीम साहब (जिलाध्यक्ष, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा), हाजी नवाब अनस, गुलिस्ताँ, इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में महिलाएँ, पुरुष, युवा एवं समाजसेवी शामिल हुए, जिन्होंने गोष्ठी को ऐतिहासिक बताया।

 

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