सपना साहू
नित्य संदेश, इंदौर। भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ, शा. महारानी लक्ष्मीबाई स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय में उच्च शिक्षा विभाग के त्रैमासिक कैलेण्डर के अनुसार मार्च माह में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की मासिक गतिविधियों के अंतर्गत पर्यावरण,शासन और सामाजिक (ईसीजी) की उत्कृष्टता के लिए सुरक्षा नेतृत्व विषय पर परिचर्चा,साइबर सुरक्षा पर छात्राओं को लघु फ़िल्म प्रदर्शन एवं साइबर सुरक्षा और जागरूकता विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
प्राचार्य डॉ. बीडी श्रीवास्तव ने शुभकामना देते हुए कहा कि सुरक्षा केवल नियम नहीं है अपितु हमारी जिम्मेदारी हैं।परिचर्चा में पर्यावरण सुरक्षा पर वनस्पति शास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती चौहान ने भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत प्राचीन भारत में गुरुकुल शिक्षा में पर्यावरण का महत्व,बदलते परिवेश में पर्यावरण प्रदूषण,पर्यावरण प्रबंधन और पर्यावरण सुरक्षा के लिए चार आर ’(रिड्यूज, रिसाइकल, रियूज, रिकवर)एवं पर्यावरण संबंधी विविध अधिनियमों की व्याख्या पॉवरपॉइंट के द्वारा प्रस्तुत की। राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. गोमती चेलानी ने शासन की उत्कृष्टता के लिए सुरक्षा नेतृत्व पर अपने वक्तव्य में उत्कृष्ट शासन के लिए सकारात्मकता,कुशल रणनीति,टीम प्रबंधन और नैतिक मूल्यों इन चार आधार स्तंभ को महत्वपूर्ण बताया तथा उत्कृष्ट नेतृत्व में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए सशक्त नीतियाँ,प्रशिक्षण कार्यक्रम,उन्नत तकनीकी का प्रयोग और नागरिकों की सुरक्षा एवं जागरूकता के बारे में भी चर्चा की।
कंप्यूटर विज्ञान के प्रो. सादिक ख़ान ने साइबर सुरक्षा एवं एआई के बढ़ते प्रयोग पर अपने व्याख्यान में एआई को परमाणु बम से भी ज़्यादा खतरनाक बताते हुए छात्राओं को संग्रहित डेटा को दुरुपयोग,साइबर अपराध से कैसे बचा जा सकता है , कहाँ शिकायत की जा सकती है आदि विषयों पर जागरूक किया।संस्था के प्रशासनिक अधिकारी डॉ वी पी वैरागी ने बताया कि सुरक्षा,स्वास्थ और पर्यावरण संबंधी सुरक्षा की जागरूकता से विकसित भारत का सपना साकार रूप ले पाएगा।कार्यक्रम का संचालन डॉ निधि गुप्ता एवं आभार प्रो शोखी गुप्ता ने किया।मीडिया प्रभारी डॉ अंतिमबाला शास्त्री ने ये सूचना प्रेषित की ।
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