मितेंद्र कुमार गुप्ता
नित्य संदेश, मेरठ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा, "सत्य और अहिंसा केवल गांधी जी के आदर्श नहीं थे, बल्कि ये उन मूल्यों का प्रतीक हैं, जो समाज में स्थायी शांति और प्रगति के लिए आवश्यक हैं। आज, जब हमारा देश विकास के नए आयाम छू रहा है, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी जड़ें इन मूल्यों से जुड़ी रहें। ईमानदारी से किया गया प्रत्येक कार्य न केवल व्यक्तिगत विकास बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी योगदान देता है।" कुलपति ने स्वच्छता पखवाड़े के तहत आयोजित 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रम में कहा कि महात्मा गांधी और शास्त्री जी के आदर्शों का पालन आज की पीढ़ी के लिए अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि इन्हीं मूल्यों के आधार पर हम एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकते हैं।
इस अवसर पर रामधुन का आयोजन किया गया और विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, चीफ प्रॉक्टर एवं शोध निर्देशक प्रोफेसर बीरपाल सिंह, साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता, समन्वयक प्रोफेसर के के शर्मा और अन्य शिक्षकों, कर्मचारियों तथा अधिकारियों के साथ महान स्वतंत्रता सेनानियों को पुष्पांजलि अर्पित की।
पंडित मदन मोहन मालवीय विद्या मंदिर के छात्रों ने महात्मा गांधी के विचारों का नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत कर सभी को उनकी दूरदर्शिता और त्याग की भावना से अवगत कराया। कार्यक्रम में अभियंता मनीष मिश्रा, डॉक्टर संजीव कुमार, डॉक्टर जितेंद्र सिंह, डॉ. नीरज सिंघल, मितेंद्र गुप्ता, दीपक त्यागी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें स्वच्छ और सशक्त भारत के निर्माण के प्रति सभी ने अपना संकल्प दोहराया। इसके पश्चात, यूजीसी के निर्देशानुसार, कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की अगुवाई में विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
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