भव्य रूप से मनाया गया चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय का 36वां दीक्षान्त समारोह
समारोह में विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं को दिए गए 220 पदक
समारोह में विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं को दिए गए 220 पदक
शाहिद खान
मेरठ। प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज चौ0. चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षागृह में चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय का 36वां दीक्षान्त समारोह भव्य रूप से मनाया गया। समारोह में कुल 220 पदक विभिन्न संकायो के छात्र-छात्राओ को दिये गये। राज्यपाल ने स्कूल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियो व श्रेष्ठ आंगनबाडी को सम्मानित किया, प्राथमिक विद्यालय के बच्चो को फल, पुस्तक किट एवं आंगनबाडी कार्यकत्रियो को बच्चो के लिए आंगनबाडी किट का वितरण किया तथा प्राथमिक विद्यालय की लाईब्रेरी हेतु पुस्तक भेंट की। कुलपति द्वारा कुलाधिपति, व मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया व कार्यक्रम के शुभारंभ पर राष्ट्रगीत गाया गया। राज्यपाल महोदया द्वारा 77261 उपाधियो को डिजी लॉकर में समावेशित किया गया।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुये कुलाधिपति विश्वविद्यालय/राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि हर वर्ष दीक्षांत समारोह में पदक/उपाधि प्राप्त करने में लडकियो की संख्या लगातार बढ रही है। आज कुल मेडल प्राप्त छात्र-छात्राओ में 82 प्रतिशत लडकियो ने मेडल प्राप्त किये है। उन्होने कहा कि उपाधिप्राप्त छात्र-छात्राएं अपने अनपढ मां-बाप को शिक्षित करें। नेशनल एजूकेशन पालिसी का लक्ष्य है, वर्ष 2030 तक 50 प्रतिशत युवा छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय में ज्ञान प्राप्त कर सके। नेशनल एजूकेशन पॉलिसी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें अभी से प्रयास करने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि अन्न का दान परम दान है, विद्या का दान इससे भी बडा दान है इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि हम सभी को पढाएं। उन्होने कहा कि देश के निर्माण की आधार शिला शिक्षा है। शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो विद्यार्थी के अंदर बौद्धिकता और कौशल का विकास करने के साथ ही चरित्र व नैतिक बल को मजबूत बनाये। विज्ञान प्रौद्योगिकी ने मानव समाज की प्रगति को बहुत प्रभावित किया है। यह भविष्य की आर्थिक प्रगति एवं सामाजिक विकास की कुंजी है। विश्वविद्यालयो में ऐसा माहौल हो जो नवअन्वेषण के पक्ष में हो।
उन्होने कहा कि मेरठ खेल के सामान का बहुत बडा बाजार है यहां की खेल सामग्री पूरे देश में विख्यात है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी मेरठ का विशेष स्थान रहा है। सरकार द्वारा यहां के संग्रहालय को उच्चीकृत किया गया है जिससे आने वाली पीढी यहां के इतिहास और उसकी भूमिका से भलीभांति परिचित हों सके। मेरठ के आर्थिक एवं सामजिक महत्व को देखते हुये सरकार द्वारा आरआरटीएस एवं डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर विकसित किया गया है जिससे यहां के उत्पाद देश के विभिन्न क्षेत्रो के में भी आसानी से पहुंच सकेगे। मा0 प्रधानमंत्री जी ने वर्चुअल माध्यम से मेरठ से लखनऊ वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया। मा0 प्रधानमंत्री जी की दीर्घदृष्टि का ही परिणाम है कि देश आज सभी क्षेत्रो में विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है।
उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय का दायित्व है कि शिक्षा एवं छात्रो से संबंधित केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा जो योजनाएं संचालित की जा रही है उससे छात्र-छात्राओ को अवगत कराये। धरती से जुडे छात्र-छात्राएं सेवा के माध्यम से समाज का नेतृत्व कर सकते है। मा0 कुलाधिपति महोदया ने केन्द्र सरकार के वर्ष 2024-25 के बजट के बारे में विस्तार से वर्णन किया। अंत में उन्होने कहा कि हमें एकजुट रहकर काम करना है इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है तभी भारत विश्वगुरू बन सकता है।
मुख्य अतिथि महानिदेशक (सीएसआईआर) एवं सचिव (डीएसआईआर) डा0 नल्लाथम्बी कलैसेल्वी ने संबोधित करते हुये कहा कि हम सभी भारतीय है इस बात पर हमें गर्व होना चाहिए। हमें अपने माता-पिता का धन्यवाद देना चाहिए क्योंकि उन्होने हमें सही शिक्षा, सही शिक्षण संस्थान चुनने का अवसर प्रदान किया। हमें अपने राष्ट्र का धन्यवाद देना चाहिए क्यों उसने हमें ऐसा माहौल प्रदान किया। उन्होने कहा कि भारत एक विकासशील देश है। भारत तेजी के साथ विकसित होने की दिशा में अग्रसर है। वर्ष 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने में हम सभी को अपना योगदान करना चाहिए। उन्होने छात्र-छात्राओ से कहा कि भारत का भविष्य आपके हाथ में है।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने बताया कि विश्वविद्यालय 222 एकड़ भूक्षेत्र में विकसित है। विश्वविद्यालय में नवाचारी कार्यक्रमों के अन्तर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कार्यरत है। विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला ऐसा संस्थान है जो कि सौर ऊर्जा से विद्युत का उत्पादन करता है। उन्होने विश्वविद्यालय की उपलब्धियो का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने कुलाधिपति/राज्यपाल व मुख्य अतिथि के जीवन वृत्त पर भी प्रकाश ड़ाला।
कुलपति ने बताया कि वर्ष 2024 का कुलाधिपति स्वर्ण पदक व पदक प्रमाण पत्र एमएससी गणित की चचंल शर्मा व एमएससी गणित के ही आकाश प्रधान को दिया गया। डा0 शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक व पदक प्रमाण पत्र एमपीएड के छात्र निक्की बालियान को दिया गया। किसान ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित पुरस्कारों में चौ0 चरण सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र में बी0एस0सी0 कृषि में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली खुशी शर्मा तथा बी0एस0सी0 कृषि में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले वंशज को प्रदान किया गया।
उन्होने बताया कि वि0वि0 में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 17 छात्र-छात्राओ को प्रायोजित स्वर्ण पदक एवं पदक प्रमाण पत्र दिये गये जिनमें अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक आकांक्षा को, मुरारी लाल माहेश्वरी मेमोरियल स्वर्ण पदक दीपांशी शर्मा को दिया गया। वि0वि0 परिसर में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 36 छात्र-छात्राओ को प्रायोजित स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र दिये गये जिसमें एमए (अर्थशास्त्र) में अफ्सा राव को, एमए (समाज शास्त्र) में सुप्रिया को, एमएससी (जन्तु विज्ञान) में आस्था राणा को तथा एमए (राजनीति विज्ञान) में शिखा सोम को दिया गया। महाविद्यालयों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वालो 11 छात्र-छात्राओ को प्रायोजित स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र दिये गये जिनमें एम0ए0 (समाजशास्त्र) में कु0 अंजली को तथा एमए (अर्थशास्त्र) में पूर्विका चौधरी को दिया गया। इस इस प्रकार कुल 64 प्रायोजित स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र दिये गये। उन्होने बताया कि कुलपति स्वर्ण पदक, पदक प्रमाण पत्र एवं विशिष्टि योग्यता प्रमाण पत्र वर्ष 2024 में 151 छात्र-छात्राओ को दिया गया। कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रगान गाया गया।
इस अवसर पर मा0 सांसद राज्यसभा लक्ष्मीकांत बाजपेई, मा0 सांसद बागपत डा0 राजकुमार सांगवान, पूर्व मा0 सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, मा0 विधायक मेरठ कैंट अमित अग्रवाल, मा0 विधायक अतुल प्रधान, मा0 एमएलसी श्रीचंद शर्मा, अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह, समस्त कार्यकारी परिषद सदस्य, अन्य अधिकारीगण, गणमान्य लोग, शिक्षकगण, दीक्षार्थी, छात्र-छात्राएं, अभिभावक, आंगनबाडी कार्यकत्री उपस्थित रही।
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