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Tuesday, August 20, 2024

रोबोटिक सहायता से घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी सफलतापूर्वक की

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। चिकित्सा प्रगति में धन्वंतरि जीवन रेखा अस्पताल साकेत में डॉ. तुषार आनंद ने रोबोटिक सहायता से घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी सफलतापूर्वक की है, जो आर्थोपेडिक देखभाल में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हुई प्रक्रिया की सटीकता और धैर्यपूर्ण परिणामों के लिए सराहना की गई।

गौरतलब है कि यह मेरठ का पहला संयुक्त प्रतिस्थापन रोबोटिक सिस्टम है, जो पूरी तरह से स्वचालित है और इसमें किसी सक्रिय सर्जन के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है, सिवाय इसके कि हट्टी पर सभी कटों को हटाने के लिए कड़ी निगरानी की आवश्यकता होती है। सर्जरी नवीनतम पीढ़ी की रोबोटिक तकनीक का उपयोग करके की गई, जिसे घुटने के प्रतिस्थापना की सटीकता और दक्षता बड़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया था। उन्नत रोबोटिक प्रणाली दर्जनों को अभूतपूर्व परिशुद्धता के साथ ऑपरेशन की योजना बनाने और निष्पादित करने की अनुमति देती है, जो प्रक्रिया को प्रत्येक रोगी की अनूठी शारीरिक रचना के अनुरुप बनाती है। रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट और ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. तुषार आनंद ने रोबोटिक प्रणाली के फायदों पर जोर दिया। डॉ. तुषार आनंद ने कहा, "यह तकनीक हमें परिशुद्धता का वह स्तर हासिल करने की अनुमति देती है, जिसकी तुलना पारंपरिक तरीकों से नहीं की जा सकती। परिणाम उल्लेखनीय हैं, मरीजों की कम पोस्टऑपरेटिव दर्द, तेजी से ठीक होने का समय और कम पोस्ट ऑपरेटिव रक्तस्राव का अनुभव होता है।"

मरीज सुभाष चंद वर्मा, 57 वर्षीय, जो मेरठ के पैथोलॉजी लैब में प्रतिनिधि के रूप में काम करते हैं, ने सर्जरी के कुछ ही दिनों बाद महत्वपूर्ण सुधार की सूचना दी। सुभाष ने कहा, "मै इस बात से आश्चर्यचतिक हूं कि कितनी जल्दी ठीक हो रहा हूं।" "रोबोटिक सर्जरी ने मेरे जीवन की गुणवत्ता में बहुत बड़ा बदलाव लाया है।" रोबोटिक घुटना रिप्लेसमेंट सर्जरी में घुटने के प्रत्यारोपण को स्थापित करने में सहायता के लिए रोबोटिक बांह का उपयोग शामिल होता है। यह परिशुद्धता जटिलताओं के जोखिम को कम करती है और इंप्लांट का अधिक सटीक संरेखण सुनिश्चित करती है, जिससे बेहतर कार्यात्मक परिणाम और कृत्रिम अंग की दीर्घायु हो सकती है। इस प्रक्रिया की सफलता आधुनिक चिकित्सा में रोबोटिक्स की बहती भूमिका को उजागर करती है, जिसमे आर्थोपेडिक सर्जरी में बेहतर परिणामों की बना मिलनी है।बता दे कि डॉ. तुषार आनंद की टीम पहले में ही आने वाले दिनों में अतिरिक्त रोबोटिक सर्जरी की तैयारी कर रही है, क्योंकि ऐसी उन्नत प्रक्रियाओं की मांग लगातार बह रही है।

प्रेम कॉन्फ्रेंस में ऑर्थोपेडिक के दो वरिष्ठ हस्ती डॉ. एमसी गुप्ता और डॉ. एमएम शर्मा जी थे। डॉ. विनोद अरोड़ा, डॉ. अनिल एलहेंस, डॉ. बीके बिंद्रा, डॉ. ममतेश गुप्ता, डॉ. विरोतम तोमर, डॉ. गुंजन शर्मा, डॉ. अर्चित मित्तल आदि रहे। 

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