-गुरुवार को मोहिद्दीपुर-गेझा मार्ग पर सड़क हादसे में
हुई थी युवक की मौत
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। सड़क हादसे में युवक की मौत के बाद पुलिस की कार्यशैली
पर सवाल उठ गए हैं। मृतक के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। दावा है कि पुलिस ने आरोपी
कार चालक को बचाने के लिए बिना तहरीर के अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया
और धोखे से उनसे कागजों पर हस्ताक्षर कराए।
यह घटना गुरुवार रात मोहिउद्दीनपुर-गेझा रोड पर हुई। खडोली
गांव निवासी 24 वर्षीय इदरीश अपने साथी बुधप्रकाश सैनी के साथ ड्यूटी पर जा रहा था,
तभी सामने से आ रही एक स्विफ्ट कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में इदरीश
की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका साथी घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने नशे में धुत
कार चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने हादसे के
बाद शोक संतप्त परिवार से पंचनामा बताकर कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए। बाद में
उन्हें पता चला कि पुलिस ने आरोपी का नाम-पता मालूम होने के बावजूद बिना किसी लिखित
शिकायत के अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। उनका यह भी आरोप है कि
आरोपी को मामूली धाराओं में चालान कर जेल भेज दिया गया।
मृतक इदरीश के मामा नौशाद ने दावा किया कि पुलिस ने मामले
को कमजोर करने के लिए आरोपी कार चालक का मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया। उन्होंने बताया
कि पूरी घटना पास के सीसीटीवी कैमरे में कैद है और मौके पर कई चश्मदीद मौजूद थे, जिन्होंने
आरोपी को पकड़ा था। इसके बावजूद पुलिस ने मुकदमा अज्ञात में दर्ज किया। सीओ ब्रह्मपुरी
सौम्या अस्थाना ने इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई मृतक के भाई
की तहरीर के आधार पर की गई है। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और मामले
की जांच अभी जारी है।

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